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बच्चों के सोने का सही टाइम क्या है? डॉक्टर ने बताया इस समय सोने से तेज होगी बच्चों की ग्रोथ, माइंड भी होगा शार्प

Parenting tips: आइए जानते हैं छोटे बच्चों को किस समय सुला देना चाहिए, साथ ही जानेंगे बच्चों को अच्छी और आरामदायक नींद सुलाने के कुछ आसान तरीके.

बच्चों के सोने का सही टाइम क्या है? डॉक्टर ने बताया इस समय सोने से तेज होगी बच्चों की ग्रोथ, माइंड भी होगा शार्प
छोटे बच्चों को किस समय सुला देना चाहिए?

What is the right time for children to sleep: अच्छी और सही नींद हर उम्र के लिए जरूरी है. खासकर बच्चों की ग्रोथ में नींद का अहम योगदान होता है. हालांकि, क्या आप जानते हैं कि इसके लिए छोटे बच्चों को किस समय सुला देना चाहिए यानी बच्चों के सोने का सही टाइम क्या है? अगर नहीं, तो इस आर्टिकल में हम आपको इसी सवाल का जवाब देने वाले हैं. साथ ही जानेंगे बच्चों को अच्छी और आरामदायक नींद सुलाने के कुछ आसान तरीके.

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

मामले को लेकर पीडियाट्रिशियन पवन मंडाविया ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, छोटे बच्चों को रात 9 से 10 बजे तक सुला देना चाहिए क्योंकि इस समय शरीर में ग्रोथ हार्मोन का स्त्राव अपने चरम पर होता है. ये हार्मोन बच्चों की लंबाई, मसल डेवलेपमेंट और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं. कई स्टडी के नतीजे बताते हैं कि जब बच्चा इस समय गहरी नींद में होता है, तो उसकी ग्रोथ ज्यादा बेहतर तरीके से होती है. 9 बजे तक सो जाने से बच्चे को पूरी नींद मिलती है, जिससे उसे तमाम फायदे मिलते हैं. वहीं, नींद पूरी न होने से बच्चा चिड़चिड़ा, थका हुआ और कमजोर महसूस करता है, साथ ही बच्चे की चीजों पर फोकस करने और सीखने की क्षमता भी प्रभावित होती है.

बच्चों को जल्दी सुलाने के लिए क्या करें?

डॉक्टर बताते हैं कि कई बार बच्चों को सुलाना बड़ा मुश्किल काम हो जाता है. हालांकि, कुछ खास टिप्स की मदद से आप इस मुश्किल को भी आसान बना सकते हैं. जैसे-

रूटीन बनाएं

डॉक्टर सबसे पहले एक रूटीन बनाने की सलाह देते हैं. जैसे- आप बिस्तर पर जाने से पहले बच्चे को नहाला सकते हैं, नहाने के बाद डिनर कराएं, इसके बाद बच्चे को गुनगुना दूध दें और फिर कहानी पढ़कर उसे सुलाने की कोशिश करें. रोज ये प्रोसेस फॉलो करने से बच्चे के शरीर और दिमाग को सिग्नल मिलता है कि अब सोने का समय है.

कमरे का माहौल बनाएं 

सोने से पहले लाइट्स को बंद कर दें और कमरे में पूरी तरह से अंधेरा रखें. अच्छे और मोटे पर्दों का इस्तेमाल करें ताकि बाहर की रोशनी भी अंदर न आ सके. इससे बच्चे के सोने के लिए सही माहौल बनता है.

सही तापमान

ध्यान रखें कि कमरे का तापमान न ज्यादा गर्म और न ज्यादा ठंडा हो. आरामदायक वातावरण में नींद जल्दी और गहरी आती है.

गैजेट्स से दूरी 

सोने के कम से कम 2 घंटे पहले बच्चे को मोबाइल, टीवी या टैबलेट का इस्तेमाल न करने दें. ये गैजेट्स बच्चों के दिमाग को एक्टिव रखते हैं, जिससे उन्हें सोने में परेशानी होती है.

खेलना जरूरी है 

दिन में कम से कम एक घंटे का आउटडोर खेल बच्चों के लिए जरूरी है. इससे उनकी एनर्जी सही दिशा में खर्च होती है और थकावट के कारण नींद जल्दी आती है.

सॉफ्ट म्यूजिक 

स्लीपिंग टाइम पर हल्का म्यूजिक बच्चों को शांत करता है और नींद लाने में मदद करता है.

आरामदायक कपड़े 

बच्चों के नाइट ड्रेस हल्के, नरम और ढीले होने चाहिए ताकि सोते समय उन्हें असुविधा न हो.

लंबी दोपहर की नींद से बचें 

इन सब से अलग डॉक्टर बताते हैं कि 2 साल से बड़े बच्चों के लिए बहुत लंबी दोपहर की नींद भी रात की नींद में रुकावट डाल सकती है. इसलिए बच्चे को दोपहर में बहुत देर तक न सोने दें.

इस तरह कुछ आसान बातों को ध्यान में रखकर आप बच्चों को सही समय पर सुला सकते हैं, जिससे उनकी ग्रोथ में मदद मिलेगी.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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