Travel: भारत में कई ऐतिहासिक धरोहर हैं और उन्हीं में से एक है चित्तौड़गढ़ किला. यह राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षणों में से एक है. यदि आप उदयपुर (Udaipur) की यात्रा कर रहे हैं तो आपको यहां (Chittorgarh Fort) एक बार जरूर जाना चाहिए. 13 किमी की परिधि की दीवार के साथ 700 एकड़ में फैला यह किला कभी राजाओं और रानियों का महल हुआ करता था. 2013 में यूनेस्को ने इसे राजस्थान (Rajasthan) के पहाड़ी किलों के तहत विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था.
मीरा बाई की मशहूर कहानी
चित्तौड़गढ़ किला (Chittorgarh Kila) रानी मीरा बाई से भी जुड़ा हुआ है जो कवयित्री थीं. उन्होंने अपना जीवन भगवान कृष्ण को समर्पित कर दिया था. यहां प्रसिद्ध कवि-संत रहते थे और यहां मीरा बाई को समर्पित एक मंदिर भी है. किंवदंती के अनुसार, एक बार मीरा के देवर ने उनको मारने की कोशिश की लेकिन भगवान कृष्ण के आशीर्वाद से वे खतरनाक जहर खाकर भी जीवित रहीं. प्रेम और भक्ति की इतनी सारी ऐतिहासिक कहानी के साथ, चित्तौड़गढ़ दुनियाभर में बहुत मशहूर है.
चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान में गंभीर नदी के पास एक पहाड़ी पर स्थित है. चित्तौड़गढ़ किला 12 महीने टूरिस्ट्स (Tourists) के लिए खुला रहता है. इसका समय सुबह 9 से शाम 6 बजे तक है. यहां के अद्भुत लाइट एंड साउंड शो का समय सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे के बीच है. यहां आने वालों वयस्कों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपए है, जबकि बच्चों के लिए प्रवेश टिकट 25 रुपए है. चित्तौड़गढ़ का किला पूरा घूमने के लिए लगभग 2-3 घंटे लगेंगे और यहां आपको बहुत अधिक चलना होगा.
चित्तौड़गढ़ किले में गणेश द्वार, हनुमान द्वार, पदन द्वार, जोडला द्वार, भैरों द्वार, लक्ष्मण द्वार (Lakshman Dwar) और अंतिम और मुख्य द्वार, राम द्वार है. यहां चार महल, 19 मंदिर, 20 जल निकाय और चार बड़े-बडे स्मारक हैं. यहां कई प्रमुख संरचनाएं हैं जो किले को और आकर्षक बनाती हैं.
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