
हल्दी में हाइपरयूरिसीमिया होता है जो सूजन को भी कम करने का काम करता है.
Haldi ke fayde : हल्दी एक ऐसा मसाला है, जो हर दिन खाने में इस्तेमाल किया जाता है. इसके बिना तो खाना पूरा ही नहीं होता है. इसको मिला देने से खाने का स्वाद और रंग दोनों बदल जाता है. हल्दी एक औषधि है जिसका महत्व आयुर्वेद में भी उल्लेखित है. जब भी किसी को अंदरूनी चोट और सूजन होती है तो लोग हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देते हैं. क्योंकि इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं. आज हम आपको इसके एक और जबरदस्त फायदे के बारे में बताएंगे जो यूरिक एसिड में होता है, तो चलिए जानते हैं.
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यूरिक एसिड में हल्दी के फायदे
- हल्दी में करक्यूमिन होता है जो एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. अगर आप हल्दी वाला दूध पीती हैं तो ब्लड प्रेशर मेंटेन करने में और एसिड कंट्रोल करने में मदद मिलेगी. यह पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है.
- हल्दी में हाइपरयूरिसीमिया होता है जो सूजन को भी कम करने का काम करता है. इस लिहाज से भी हल्दी बहुत फायदेमंद है.
- पीली हल्दी रक्तस्राव को रोकने में मदद करती है. इसको चोट और मोच में लेप की तरह लगाया जाता है. इससे जोड़ों के दर्द में भी राहत मिलती है. इसकी जड़ को गठिया, अस्थमा, मिर्गी जैसे रोगों में उपयोग किया जाता है.
- आपको बता दें कि हल्दी को एक औषधीय जड़ी बूटी के रूप में मान्यता प्राप्त है. इसमें विभिन्न जैव सक्रिय यौगिकों का मिश्रण मिलता है, जो शरीर के समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.