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This Article is From Jan 11, 2018

पता चल गया...क्यों पुरुषों से ज़्यादा जीती हैं महिलाएं

महिलाओं को यह लाभ ज्यादातर जैविक तथ्यों के चलते मिलता है, जैसे अनुवांशिकी या हार्मोन खासकर एस्ट्रोजेन, जो संक्रामक बीमारियों के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. 

पता चल गया...क्यों पुरुषों से ज़्यादा जीती हैं महिलाएं
पुरुषों से ज़्यादा जीती हैं महिलाएं, ये रही वजह
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
एस्ट्रोजेन हार्मोन बढ़ाए उम्र
छह महीने से लगभग चार साल तक ज्यादा जीवित रहती हैं
पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक मजबूत
नई दिल्ली: आमतौर पर लोगों के बीच ये धारणा होती है कि महिलाएं कमज़ोर होती हैं. उन्हें जीने के लिए और जीवन में सभी काम करने के लिए पुरुषों की ज़रूरत होती है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक ये पता चला है कि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज़्यादा जीती हैं. जी हां, इस रिसर्च में पाया गया कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक मजबूत हैं और अपने पुरुष समकक्षों के मुकाबले ज्यादा दिन जीवित रहती हैं. एक शोध में यह खुलासा हुआ है, जो अब तक की इस धारणा को चुनौती देता है कि महिलाएं कमजोर होती हैं. 

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निष्कर्ष यह भी दर्शाते हैं कि महिलाएं न सिर्फ आमतौर पर पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा समय तक जीवित रहती हैं, बल्कि खराब परिस्थितियों जैसे महामारी, अकाल में भी उनके जीवित रहने की संभावना ज्यादा होती है. 

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महिलाओं की जीवन प्रत्याशा इसलिए ज्यादा होती है क्योंकि प्रतिकूल परिस्थिति में नवजात बालकों की अपेक्षा नवजात बालकिाओं के जीवित रहने की संभावना ज्यादा होती है. 

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हालांकि, जब मृत्यु दर दोनों लिंगों के लिए ज्यादा थी, तब भी महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा औसतन छह महीने से लेकर लगभग चार साल तक ज्यादा जीवित रहती थी.

शोध में बताया गया है कि महिलाओं को यह लाभ ज्यादातर जैविक तथ्यों के चलते मिलता है, जैसे अनुवांशिकी या हार्मोन खासकर एस्ट्रोजेन, जो संक्रामक बीमारियों के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. 

अमेरिका के डरहम में ड्यूक यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर वर्जीनिया जारुली के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने कहा, "हमारे परिणाम जीवित रहने में लिंग भिन्नता की पहेली में एक और अध्याय जोड़ते हैं." 

नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के जर्नल प्रोसिडिंग में प्रकाशित शोध की टीम ने मृत्यु दर आंकड़े का विश्लेषण किया था.

INPUT - IANS

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