विज्ञापन
This Article is From Dec 03, 2023

जानिए किन लोगों को सर्दियों में नहीं खाना चाहिए सरसों का साग, बिगड़ सकती है तबीयत

Sarso Ka Saag: सर्दियों के मौसम में सरसों का साग खूब खाया जाता है. लेकिन, इसे खाने के कई नुकसान भी हो सकते हैं और कुछ लोगों को इस साग को खाने से परहेज के लिए भी कहा जाता है. 

जानिए किन लोगों को सर्दियों में नहीं खाना चाहिए सरसों का साग, बिगड़ सकती है तबीयत
Side Effects Of Mustard Greens: सरसों के साग के भी हो सकते हैं नुकसान. 

Mustard Greens: मौसम बदल गया है और सर्दियों ने अंगड़ाई ले ली है. इस मौसम में अगर कोई चीज है जो सबसे ज्यादा अच्छी लगती है तो वो है इस मौसम का खानपान. बथुआ ही नहीं बल्कि बाजार में मेथी और पालक के साग की भी भरमार लग जाती है और प्लेट में जब मक्के की रोटी के साथ सरसों का साग (Sarso Ka Saag) आता है तो मजा ही आ जाता है. लेकिन, ऐसी कई स्थितियां हैं जिनमें सरसों का साग खाने से परहेज करने की जरूरत पड़ती है और लोगों को सरसों का साग सीमित मात्रा में या फिर पूरी तरह से ना खाने की सलाह दी जाती है. यहां जानिए व्यक्ति को कब-कब सरसों का साग खाने से बचना चाहिए. 

फेस वॉश की जगह घर की इन चीजों से धोकर देखें चेहरा, दाग-धब्बे होंगे दूर और त्वचा बनेगी मुलायम

किसे नहीं खाना चाहिए सरसों का साग | Who Should Not Eat Sarso Ka Saag 

सरसों के साग में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें विटामिन ए, सी और के की अच्छी मात्रा पाई जाती है. इसके अतिरिक्त साग में पौटेशियम और कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा होती है. सरसों में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं. लेकिन, कुछ लोगों को सरसों का साग (Mustard Greens) खाने से परहेज के लिए कहा जाता है. 

गैस और पेट फूलना 

बहुत ज्यादा खाने पर ही नहीं बल्कि साग खाने पर भी पेट फूलने और पेट में गैस (Stomach Gas) बनने की समस्या हो सकती है. सरसों के साग को खासतौर से मक्के के साथ खाया जाए तो पाचन बिगड़ सकता है. इसके अलावा, साग खाने पर कब्ज या एसिडिटी की दिक्कत हो सकती है इसीलिए जिन लोगों को पहले से ये दिक्कते हैं उन्हें सरसों का साग खाने से परहेज के लिए कहा जाता है. 

किडनी की दिक्कतें 

जिन लोगों को पहले से किडनी से जुड़ी दिक्कतें हैं उन्हें भी सरसों का साग खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है. वहीं, जरूरत से ज्यादा सरसों का साग खाने से भी किडनी की दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 

मेडिकेशन लेने के दौरान 

जो लोग ब्लड थिनिंग की मेडिकेशन ले रहे हैं उन्हें खासतौर से सरसों का सेवन ना करने के लिए कहा जाता है. सरसों के साग में विटामिन के की उच्च मात्रा पाई जाती है जो खून से जुड़ी मेडिकेशन के साथ अच्छा असर नहीं दिखाती है. 

कैसे खाएं सरसों का साग 

सरसों के साग को सादा बनाने के बजाय अलग-अलग मसालों के साथ बनाने की सलाह दी जाती है जिससे इसका बुरा असर पेट पर ना पड़े. सरसों के साग में छोटे कीड़े हो सकती हैं इसीलिए इसे ठंडे बहते पानी से धोना चाहिए. इसके अलावा, सरसों बनाते हुए इसमें हल्दी, जीरा, अदरक (Ginger) और अजवाइन डालने पर पेट खराब नहीं होता है. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
जल्दी पीरियड़स आने के बाद भी बढ़ सकती है लड़कियों की हाइट
जानिए किन लोगों को सर्दियों में नहीं खाना चाहिए सरसों का साग, बिगड़ सकती है तबीयत
Moringa health benefits : वेट मैनेजमेंट के लिए ऐसे खाएं मोरिंगा, कभी नहीं जमेगा शरीर में बैड फैट
Next Article
Moringa health benefits : वेट मैनेजमेंट के लिए ऐसे खाएं मोरिंगा, कभी नहीं जमेगा शरीर में बैड फैट
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com