
प्रेग्नेंसी के हर ट्राइमेस्टर में आपको कई नई चीजें दिखती हैं, पहले तीन महीने में जहां नॉजिया और तमाम तरह की परेशानी होती है, वहीं दूसरा ट्राइमेस्टर काफी आरामदायक होता है. इसी दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट का साइज बढ़ने लगता है और दूसरे लोगों को भी बेबी बंप दिखता है. प्रेग्नेंसी के पांचवें और छठे महीने में महिलाओं के पेट पर एक लंबी काली लाइन बनने लगती है, जो दूर से भी साफ नजर आती है. इस लाइन को लेकर लोगों के मन में कई तरह के मिथ होते हैं, वहीं कुछ महिलाएं परेशान भी हो जाती हैं कि ये उनके पेट पर क्या हो रहा है. आज हम आपको इससे जुड़ी तमाम बातें बताएंगे और आपके हर सवाल का जवाब देंगे.
क्या होती है ये काली लाइन?
अब सबसे पहले ये जान लेते हैं कि प्रेग्नेंसी के कुछ महीने बाद बनने वाली ये काली लाइन क्या होती है. दरअसल जब प्रेग्नेंसी की शुरुआत होती है तो उसके दो या तीन महीने बाद से ही ये लाइन बनना शुरू हो जाती है, लेकिन तब ये काफी हल्की होती है और नजर नहीं आती, धीरे-धीरे ये लाइन गहरे काले रंग की होने लगती है और ऊपर से नीचे तक पूरी दिखने लगती है. प्रेग्नेंसी में पेट पर बनने वाली काली लाइन को Linea Nigra कहा जाता है.
नवजात बच्चे के चेहरे को रगड़कर बाल हटाते हैं आप? आज जान लीजिए इसका सही तरीका
पेट पर क्यों बनती है लाइन?
प्रेग्नेंसी के दौरान बॉडी में कई तरह के हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते हैं. इन बदलावों की वजह से ही शरीर में कई तरह की चीजें होती हैं. एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल बढ़ने के चलते शरीर में मेलेनिन ज्यादा बनने लगता है, जिसकी वजह से पेट पर ये सीधी काली लाइन दिखने लगती है. जिन महिलाओं में मेलेनिन ज्यादा बनता है, उनमें ये लाइन काफी डार्क नजर आती है, वहीं जिनमें ये कम बनता है, उनकी पेट पर हल्की काली लाइन नजर आती है.
कैसी दिखती है ये लाइन?
प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट पर बनने वाली ये लाइन प्राइवेट पार्ट के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर नाभि के ऊपर तक जाती है. कुछ महिलाओं में ये लाइन चेस्ट तक भी जाती है. आमतौर पर ये लाइन एकदम सीधी होती है, लेकिन कुछ महिलाओं में ये टेढ़ी मेढ़ी भी हो सकती है. अगर लाइन थोड़ी अजीब बने तो इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं होती है. डिलीवरी के बाद ये लाइन खुद ही गायब हो जाती है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं