विज्ञापन

फॉर्मूला मिल्क बनाने के बाद कितनी देर तक इस्तेमाल किया जा सकता है? बच्चों के डॉक्टर ने बताई जरूरी बात

Parenting Tips: अगर आप अपने बच्चे को फॉर्मूला मिल्क पिलाते हैं, तो ये जानकारी आपके लिए जरूरी हो सकती है.

फॉर्मूला मिल्क बनाने के बाद कितनी देर तक इस्तेमाल किया जा सकता है? बच्चों के डॉक्टर ने बताई जरूरी बात
कितने समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं फॉर्मूला मिल्क?

Parenting Tips: छोटे बच्चे को 6 महीने तक केवल मां का दूध पिलाने की सलाह दी जाती है. वहीं, अगर किसी वजह से मां का दूध नहीं दे पा रहे हैं, तो इस कंडीशन में फॉर्मूला मिल्क सबसे सेफ माना जाता है. ये बात तो ज्यादातर पेरेंट्स जानते हैं. लेकिन क्या आपको बच्चे को फॉर्मूला मिल्क पिलाने का सही तरीका पता है? मशहूर पीडियाट्रिशियन संदीप गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में बच्चों के डॉक्टर बताते हैं, फॉर्मूला मिल्क बनाने के बाद उसे एक तय समय के अंदर बच्चे को पिलाना जरूरी है. ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चे को फॉर्मूला मिल्क पिलाते हैं, तो ये जानकारी आपके लिए जरूरी हो सकती है.

नींबू पानी या हल्दी वाला पानी आखिर क्या पीने से चेहरे पर आएगा ग्‍लो, आज से लेना कर दें शुरू

कितने समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं फॉर्मूला मिल्क?

डॉ. गुप्ता बताते हैं कि अगर आपने फॉर्मूला मिल्क बनाकर बच्चे को पिलाया है और बच्चा बोतल को झूठा कर चुका है, तो उस दूध को एक घंटे के अंदर ही इस्तेमाल कर लेना चाहिए. एक घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद वही दूध बच्चे को दोबारा पिलाना ठीक नहीं होता. ऐसा करने से दूध में बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं.

वहीं, अगर आपने फॉर्मूला मिल्क बनाकर किसी साफ और स्टरलाइज्ड बोतल में रखा है और बच्चे ने उस बोतल से दूध नहीं पिया है यानी बोतल झूठी नहीं हुई है, तो वह दूध 2 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन ध्यान रहे, दूध को कमरे के तापमान पर ही रखें. फ्रिज में रखकर फिर बाहर लाकर देने से उसका पोषण स्तर और स्वाद दोनों प्रभावित हो सकते हैं.

पानी का तापमान कितना होना चाहिए?

डॉ. गुप्ता यह भी कहते हैं कि फॉर्मूला मिल्क बनाते समय कभी भी उबलता हुआ पानी सीधे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. पानी का तापमान लगभग 70 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए.

बोतल को साफ करना न भूलें

इन सब से अलग डॉ. गुप्ता कहते हैं, फॉर्मूला मिल्क पिलाने के बाद बच्चे की बोतल को अच्छे से स्टेरेलाइज जरूर करें. ऐसा करने से बोतल में जमे किसी बैक्टीरिया या कीटाणु को हटाया जा सकता है.

डॉक्टर बताते हैं, बच्चों की सेहत से जुड़ी छोटी-छोटी बातें भी बहुत मायने रखती हैं. फॉर्मूला मिल्क पिलाने के दौरान साफ-सफाई और समय का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. अगर इन नियमों का पालन किया जाए, तो बच्चे को पोषण भी मिलेगा और वो बीमार भी नहीं पड़ेगा. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com