लॉकडाउन के चलते इतनी साफ हो गई हवा, जालंधर से दिखने लगे हिमाचल के पहाड़

Coronavirus Lockdown: पंजाब में हवा के स्‍तर में जबरदस्‍त सुधार देखने को मिला है. और तो और राज्‍य के ज्‍यादातर शहर खुद-ब-खुद ग्रीन जोन में आ गए हैं और ऐसा शायद सालों में पहली बार हुआ है.

लॉकडाउन के चलते इतनी साफ हो गई हवा, जालंधर से दिखने लगे हिमाचल के पहाड़

Dhauladhar Range: जालंधर से कुछ ऐसी दिखाई दे रही है धौलाधार पर्वत श्रृंखला

नई दिल्ली:

हिमाचल प्रदेश में हिमालय पर्वत की धौलाधार रेंज (Dhauladhar Range) के पहाड़ जालंधर (Jalandhar) से दिखने लगे हैं. दरअसल, 21 दिनों के देश व्‍यापी लॉकडाउन (Lockdown) के चलते हवा बेहद साफ हो गई है. हवा में न तो प्रदूषण है और न ही धूल-मिट्टी और धुएं का गुबार शामिल है. कुल मिलाकर लॉकडाउन का सबसे ज्‍यादा फायदा पर्यावरण को ही हुआ है. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में धौलाधार पर्वत श्रृंखला (Dhauladhar Mountain Range) कांगड़ा और मंडी जिले के बीच फैली हुई है. 

कोविड-19 (COVID-19) के मरीजों की संख्‍या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. दुनिया भर के कई देशों में इसके चलते लॉकडाउन कर दिया गया है. कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण को फैलने से रोकने लिए सभी लोगों से बार-बार अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहने के लिए कहा जा रहा है. इसके मद्देनजर सभी दफ्तर, मॉल, स्‍कूल, यूनिवर्सिटी, धार्मिक संस्‍थान, पब्‍लिक ट्रांसपोर्ट और यहां तक कि लोगों के घरों से बाहर निकलने तक पर पाबंदी लगा दी गई है. इसका नतीजा यह हुआ कि जहरीली हवा बेहद साफ हो गई है. 

भारत में भी गाड़‍ियों की आवाजाही रुकी हुई है और फैक्‍ट्रियां पूरी तरह से बंद हैं. राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में जहां आमतौर पर हवा बेहद खराब रहती है वहां भी पिछले हफ्ते AQI 95 से नीचे दर्ज किया गया. वहीं मुंबई में भी हवा के प्रदूषण में भारी गिरावट दर्ज की गई है. 

पंजाब में भी हवा के स्‍तर में जबरदस्‍त सुधार देखने को मिला है. और तो और राज्‍य के ज्‍यादातर शहर खुद-ब-खुद ग्रीन जोन में आ गए हैं और ऐसा शायद सालों में पहली बार हुआ है.

लुधियाना जो कि आमतौर पर देश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है, वह 23 मार्च को भारत के सबसे साफ शहर की सूची में शामिल हो गया था. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

गौरतलब है कि धौलाधार को 'सफेद पर्वत' के नाम से भी जाना जाता है. यह हिमाचल प्रदेश में स्थित पर्वतमाला है. यह राज्‍य के पश्चिम में चम्बा जिले से शुरू होकर पूर्व में किन्नौर जिले से जाते हुए उत्तराखंड से होते हुए पूर्वी असम तक फैली हुई है. इन पहाड़ों को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से धर्मशाला पहुंचते हैं. लेकिन हवा में दूर हुए प्रदूषण के चलते यह पर्वत श्रृंखला जालंधर के लोगां को अपने घरों से ही दिखने लगी है.