Healthy Drinks: हमारी रसोई को यूं ही सेहत का खजाना नहीं कहते हैं. रसोई में ऐसी कितनी ही चीजें हैं जिनके सेवन से अलग-अलग स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से छुटकारा मिल सकता है. आज जिस मसाले की बात की जा रही है उसे दूध में डालकर पीला दूध तैयार किया जाता है जिसे गोल्डन मिल्क या गोल्डन ड्रिंक (Golden Drink)भी कहते हैं. असल में हम बात कर रहे हैं हल्दी वाले दूध की. सेहत के लिए यह हल्दी वाला दूध (Haldi Wala Doodh) अनगिनत तरीकों से फायदेमंद है. इस दूध को आयुर्वेद में औषधी की तरह भी पिया जाता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-डायबेटिक गुण भी पाए जाते हैं. जानिए हल्दी वाले दूध को बनाने के तरीके और इसे पीने के फायदों के बारे में.
हल्दी वाले दूध के फायदे | Turmeric Milk Benefits
हल्दी वाला दूध बनाने के लिए दूध को पतीले में निकालें और इसमें एक चम्मच हल्दी का पाउडर या एक टुकड़ा कच्ची हल्दी लेकर डाल लें. इस दूध को उबालें और फिर छानकर गिलास में निकाल लें. तैयार है हल्दी वाला दूध पीने के लिए. जरूरत से ज्यादा गर्म दूध पीने से परहेज करें. स्वाद के लिए इसमें बहुत थोड़ा शहद डाला जा सकता है.
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दिल की सेहत रहती है अच्छीहल्दी वाले दूध में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. इस दूध को पीने पर दिल की सेहत भी अच्छी रहने में असर नजर आता है. हल्दी वाला दूध दिल की बीमारियों को कम करने में भी असरदार है.
सर्दी-जुकाम से राहतएंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी वाला दूध शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है. इम्यूनिटी मजबूत रहती है तो शरीर जल्दी-जल्दी बीमारियों की चपेट में नहीं आता है. मौसमी बीमारियां जैसे सर्दी, जुकाम और खांसी (Cold And Cough) को दूर करने के लिए हल्दी वाला दूध पिया जा सकता है.
ब्लड शुगर होता है कमब्लड शुगर लेवल बढ़ने पर शरीर कई अलग-अलग स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का घर बनने लगता है. ऐसे में हल्दी वाला दूध इस दिक्कत को कम करने में भी असर दिखाता है. हल्दी वाले दूध का नियमित सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा बताया जाता है, लेकिन अपने चिकित्सक से सलाह लेकर ही इसका नियमित सेवन करना चाहिए.
सूजन होती है कमशरीर में कहीं भी दर्द हो तो हल्दी वाला दूध दर्द को कम करके राहत देता है. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण खासतौर से घुटनों के दर्द (Knee Pain) और सूजन को कम करने में कारगर होते हैं. हल्दी वाले दूध से मसल्स का दर्द भी कम होता है.
पाचन रहता है अच्छाइस दूध के एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाचन को अच्छा रखते हैं. इस दूध में हल्दा घी भी डाला जा सकता है. इससे गट हेल्थ अच्छी रहती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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