Emotionally strong kaise bane : बच्चे की परवरिश (parenting tips) का अहम हिस्सा होता है इमोशनल ट्रेनिंग (emotional training). माता-पिता को अपने बच्चे को भावनात्मक रूप से मजबूत बनाना बहुत जरूरी है. इससे बच्चे जीवन में हर परेशानी को आसानी से टैकल करते हुए आगे बढ़ जाते हैं. ऐसे में आज इस आर्टिकल में 4 टिप्स बताने वाले हैं, जो पेरेंट्स को अपने बच्चे को जरूर सिखाना चाहिए. क्या आपका भी थोड़ा सा चलने या फिर सीढ़ियां चढ़ने पर सांस लगती है फूलने, करिए ये योगासन
आपको बता दें कि बच्चे का इमोशनली स्ट्रॉन्ग होना इसलिए जरूरी है क्योंकि, इससे बच्चा अपने गुस्से और लालच पर कंट्रोल करना सिखता है.
सबसे पहले तो आप बच्चे को अपनी बात कहने का पूरा मौका दीजिए. इससे उनके विचार किस तरह के हैं आपको पता लग जाएगा. उन्हें समझाएं कि अलग-अलग तरह की भावनाओं का अनुभव करना नैचुरल है. और इनको रचनात्मक तरीके से व्यक्त करना मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा है.
जब बच्चा अपनी समस्याओं के बारे में बताए तो उसकी बात को महत्व दीजिए और सुनिए. फिर उन समस्याओं किस तरीके से सुलझाना है उसके साथ बैठकर विचार करें. उन्हें इस तरह से तैयार करें कि वे किसी भी तरह की चुनौती का सामना बिना डरे पूरे आत्मविश्वास के साथ कर सकें.
माता-पिता होने के नाते आप बच्चे को सकारात्मक होना सिखाएं. अगर आपको लगता है कि बच्चे में हर छोटी-बड़ी चीज का डर बैठ रहा है तो उसे सिखाएं कि कैसे वह पॉजिटिव (Positive) रहे. बच्चे ये सब माता-पिता से ही सीख पाते हैं.
इसके अलावा बच्चे को परिवार और रिश्तों को महत्व देना भी सिखाएं. अपने बच्चों को परिवार, दोस्तों और साथियों के साथ बेहतर संबंध विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करें. बड़े छोटे का लिहाज करना सिखाएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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