
Healthy Tips: भारत में अलग-अलग तरह के चावल (Rice) मिलते हैं. ज्यादातर लोग सफेद चावल को ही डाइट का हिस्सा बनाते हैं. लेकिन,सफेद चावल के अलावा भी चावल की ऐसी कई वैराइटी हैं जो सेहत के लिए बेहद अच्छी होती हैं. ये अलग-अलग तरह के चावल सेहत को कई तरह के फायदे भी देते हैं. इसी बारे में बता रही हैं डॉ. शालिनी सिंह सालुंके. डॉक्टर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर करके बताया है कि सफेद चावल (White Rice) के अलावा और कौन-कौनसे चावल हैं जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं और जिन्हें डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए.
खानपान में शामिल करें ये 5 तरह के चावल | 5 Types Of Rice Which Are Good For Health
सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 70 से 90 के बीच होता है. डॉक्टर का कहना है कि सफेद चावल से डायबिटीज और वेट गेन का खतरा भी रहता है. इसके विपरीत भारत में चावलों की ऐसी 5 वैराइटी हैं जो सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होती हैं. इन चावलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इनसे शरीर को कई पोषक तत्व भी मिलते हैं.
ब्लैक राइस - चावल की यह वैराइटी मणिपुर में पाई जाती है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइबर की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है.
रेड राइस - इन्हें रक्तशाली चावल भी कहा जाता है. यह चावल केरल और तमिलाडु में उगते हैं और इनमें विटामिन और फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
नवरा राइस - नवरा राइस (Navra Rice) को आयुर्वेदिक चावल के नाम से भी जाना जाता है. यह चावल भी केरल में उगते हैं. इन चावलों में आयरन और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ये चावल आर्थराइटिस के लिए भी अच्छे होते हैं.
काला जीरा राइस - ये चावल ओडिशा के आसपास पाए जाते हैं. इन चावलों में आयरन, जिंक और एंटी-ऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. ये चावल ब्रेन फंक्शन बेहतर करने और इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए बेहद अच्छे हैं.
ब्राउन राइस - इन चावलों में फाइबर और सिलेनियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं और ये चावल डाइजेशन यानी पाचन के लिए भी बेहद अच्छे होते हैं.
आप डॉक्टर के बताए इन 5 तरह के चावलों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. इन चावलों को सादा खाया जा सकता है, इनसे पुलाओ बना सकते हैं या अलग-अलग तरह के पकवान तैयार किए जा सकते हैं.
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