
UPSC CSE 2026 Last 5 Days Preparation Tips : हर साल लगभग 5 लाख उम्मीदवार भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE 2026) के लिए उपस्थित होते हैं. इन उम्मीदवारों को सपना इस परीक्षा को क्रैक कर देश की कुलीन सेवाओं- IAS, IPS, IFS और कई अन्य में सेवा करने का होता है. हालांकि, आईएएस, आईपीएस और आईएफएस बनने की राह इतनी आसान नहीं है. इसके लिए परीक्षा के तीन प्रमुख चरण- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू को पार करना होता है. प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू. प्रारंभिक चरण यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण है. इस चरण में 5 लाख से अधिक उम्मीदवार भाग लेते हैं, लेकिन केवल 12 से 13 हजार ही मुख्य परीक्षा, यानी UPSC सिविल सेवा परीक्षा के चरण 2 के लिए उपस्थित होने के लिए अर्हता प्राप्त करते हैं.
इस साल यूपीएससी सिविल सेवा 2025 के लिए प्रारंभिक परीक्षा 25 मई 2025 को आयोजित की जाएगी. इस चरण में छात्रों को दो पेपरों पर परखा जाएगा. सबसे पहले GS पेपर 1 और GS पेपर 2. स्टडी आईक्यू (StudyIQ) और Adda247 के सीईओ अनिल नागर कहते है कि इस परीक्षा को क्रैक करने के लिए कट-ऑफ ट्रेंड को समझना और अटेम्प्ट को प्राथमिकता देना जरूरी है. अनिल नागर कहते हैं कि हाल के वर्षों में यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के कट-ऑफ में सामान्य रूप से कमी देखी गई है. इस परीक्षा में लगभग 90-100 अंक प्राप्त करना आपको सफल बना सकता है. इसलिए, सब कुछ जानने के दबाव को दूर करें. याद रखें, आपको कट-ऑफ को पार करना है, न कि 200 अंक प्राप्त करने हैं.
यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक परीक्षा क्रैक करने के लिए आखिरी 5 दिन के टिप्स ( UPSC CSE 2025 Last 5 Days Preparation Tips)
प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें
परीक्षा के दबाव में, छात्र अक्सर प्रश्नों को गलत पढ़कर गलतियां करते हैं, जैसे "नहीं" जैसे शब्दों को miss करना या प्रश्न के इरादे को गलत समझना. प्रत्येक प्रश्न को दो बार पूर्ण ध्यान से पढ़ें और फिर उत्तर को मार्क्स करें.
पेपर को चरणों में या विषय-वार हल करें
यूपीएससी के पेपर सेट में आते हैं. यदि आपके सेट के शुरुआती प्रश्न कठिन हैं, तो यह आपके आत्मविश्वास को हिला सकता है. बेहतर रणनीति है कि पहले अपने सबसे मजबूत विषयों के प्रश्न हल करें. उदाहरण के लिए, यदि आपको भारतीय राजव्यवस्था में आत्मविश्वास है तो सबसे पहले उन प्रश्नों को हल करें. इससे आत्मविश्वास बढ़ाता है और सकारात्मक माहौल बनाता है. इसके बाद में कठिन प्रश्नों को अगले चरणों में हल करें.
सीसैट (CSAT) रणनीति
अधिक से अधिक प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें. कई छात्र केवल मैथ या केवल रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन पर ध्यान देने की योजना बनाते हैं, लेकिन दोनों को देखना बेहतर है. प्रत्येक सेक्शन में आसान प्रश्नों को पहचानें और पहले उन्हें हल करें. समय लेने वाले जटिल प्रश्नों से बचें. रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन में, प्रश्न क्या पूछ रहा है (अनुमान, तर्क, धारणा, या निष्कर्ष) पर ध्यान दें, क्योंकि प्रत्येक का उत्तर अलग होता है. स्टडी आईक्यू के अनिल नागर का सुझाव है कि उम्मीदवार पैसेज को सत्य मानकर उत्तर दें, इससे सटीकता बढ़ती है.
आखिरी कुछ दिनों की समय-सारिणी
एक ऐसी समय-सारिणी बनाएं जिसे आप लगभग पूरा पाठ्यक्रम दोहरा सकें. इसमें दोनों पेपरों (GS और CSAT) के लिए प्रैक्टिस और रिविजन शामिल होनी चाहिए. प्रारंभिक परीक्षा से एक दिन पहले इतिहास, डेटा पॉइंट्स जैसे तथ्यात्मक विषयों को जरूर दोहराएं.
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यूपीएससी परीक्षा के लिए जरूरी दिशानिर्देश (UPSC CSE 2026 Important Guidelines)
25 मई को भारत के कई हिस्सों में गर्मी होगी, इसलिए हाइड्रेटेड रहें.
यूपीएससी ने हाल ही में प्रवेश समय को लेकर सख्ती शुरू की है, इसलिए परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचें.
एडमिट कार्ड और पहचान पत्र को एक रात पहले तैयार रखें और सुरक्षित स्थान पर रखें.
खाना और पर्याप्त पानी साथ ले जाएं, क्योंकि GS पेपर 1 और CSAT के बीच तीन घंटे का अंतराल होता है, वहीं कुछ जगहों पर खाने-पीने की समस्या हो सकती है.
रिवीजन रणनीति (Revision Strategy)
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए उम्मीदवार का पढ़े और याद किए हुए टॉपिक्स का लगातार रिवीजन करना जरूरी होती है. लेकिन इसकी भी एक रणनीति होती है.
राजव्यवस्था (Polity)
स्टैंडर्ड किताबों, नोट्स, और संविधान की मूल प्रति से दोहराएं. इसमें बुनियादी राजनीतिक दर्शन, मौलिक अधिकार, नीति-निर्देशक सिद्धांत (DPSPs), केंद्र और राज्य कार्यपालिका, संसद और राज्य विधानमंडल, संवैधानिक और गैर-संवैधानिक निकाय, अनुसूचियां, और संशोधन पर फोकस करें. इसका वेटेज 15–17% रहता है.
प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास (Ancient & Medieval History)
स्टैंडर्ड किताबों और नोट्स से दोहराएं. इसमें बौद्ध और जैन धर्म, मौर्य और गुप्त वंश, महत्वपूर्ण ग्रंथ, भक्ति और सूफी आंदोलन, विजयनगर वंश, सल्तनत, और मुगल पर फोकस करें. इस टॉपिक को नजरअंदाज न करें. इसका वेटेज 5–7%.
आधुनिक इतिहास (Modern History)
स्टैंडर्ड किताबों और नोट्स से दोहराएं. इसमें फोकस एरिया-ब्रिटिश शासन की शुरुआत, सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन, ब्रिटिश काल के संवैधानिक विकास, 1857 का विद्रोह, राष्ट्रवाद का उदय, गांधी युग, स्वतंत्रता और विभाजन, औपनिवेशिक काल में शिक्षा, प्रेस, और सामाजिक आंदोलन (कृषि, किसान, आदिवासी, और महिला आंदोलन). वेटेज: 4–8%.
कला और संस्कृति (Art & Culture)
स्टैंडर्ड किताबों और नोट्स से दोहराएं. इसमें साहित्य, वास्तुकला, धार्मिक दर्शन, भारतीय विद्वान, और विविध तथ्य फोकस करें. साथ ही समसामयिक प्रश्न जैसे हाल ही में घोषित विश्व धरोहर स्थल, समाचार में चर्चित व्यक्तित्व आदि पर ध्यान दें. इसका वेटेज: 4–5% है.
भूगोल (Geography)
स्टैंडर्ड किताबों, अच्छे एटलस, और नोट्स से दोहराएं. भौतिक भूगोल के प्रश्न NCERT से हल किए जा सकते हैं. भूगोल में सभी महाद्वीपों और भारत का मानचित्रण (पर्वत, नदियां, रेगिस्तान आदि), नदियों और खनिजों का वितरण, और अयस्क पर फोकस करें. वेटेज: 7–8%.
अर्थव्यवस्था (Economy)
दो प्रकार के प्रश्न: (i) वैचारिक, (ii) समसामयिक. इसका वेटेज 15–20% होता है.
पर्यावरण (Environment)
हाल के वर्षों में इस सेक्शन का वेटेज बढ़ा है. अधिकांश प्रश्न समसामयिक होते हैं और ज्यादातर अभ्यर्थियों के लिए कठिन लगते हैं. भारत के पर्यावरण कानून, सामान्य प्रदूषक, पर्यावरण से संबंधित नीतियां, भारत के महत्वपूर्ण वनस्पति और जीव, उनके सामाजिक-जैविक व्यवहार और भौगोलिक स्थान, वैश्विक पर्यावरणीय विकास पर फोकस करें. वेटेज: 15–20%.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science & Tech)
इसे उम्मीदवार अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण सेक्शन है. हाल के वर्षों में इसका वेटेज बढ़ा है. इसमें अंतरिक्ष, जीवविज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, संचार और कंप्यूटिंग, सामग्री, वैकल्पिक ऊर्जा आदि में नई तकनीकों का विकास पर फोकस करें. अच्छे समसामयिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी अपडेट से दोहराएं. इसका वेटेज: 10–15% है.
अंतरराष्ट्रीय विकास (International Developments)
इसमें फोकस एरिया-समाचार, स्थान, अंतरराष्ट्रीय और बहुपक्षीय संगठनों में महत्वपूर्ण विकास, विकसित देशों की नीतियां आदि हैं. इसमें प्रश्न अधिकतर समसामयिक होते हैं, जिसे किसी अच्छे समसामयिक संसाधन से तैयार किए जा सकते हैं. इसका वेटेज: 4–8% होता है.
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