Hindi Diwas: आज पूरा देश हिंदी दिवस मना रहा है. हिंदी (Hindi) को भारत में राज्य भाषा का दर्जा प्राप्त है. यही नहीं विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जानी वाली भाषाओं में हिंदी का नाम शामिल है. पिछले कुछ सालों से देश में हिंदी पर काफी काम हो रहा है. हिंदी भाषा की पहुंच को देखते हुए गूगल (Google) ने भी अपने लॉगॅरिदम में बदलाव किया है. आज अमेजन (Amazon), फिल्प कार्ड जैसी बड़ी कंपनियां हिंदी में प्रोडक्ट (product) की जानकारी दे रही हैं, ऐसे में देखें तो हिंदी में करियर (career in Hindi) और जॉब (job) की कोई कमी नहीं है.
अनुवादक या दुभाषिया
सरकारी, देशी-विदेशी कई बड़ी कंपनियों में अंग्रेजी से हिंदी अनुवादक की जरूरत होती है. वहीं कई मल्टीनेशनल कंपनियों में कुछ समय से हिंदी से अंग्रेजी और अंग्रेजी से हिंदी यानी दुभाषिया की आवश्यकता बढ़ी है. हिंदी अनुवादक किसी दस्तावेज़ को अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद करता है. वहीं एक दुभाषिया मौखिक संचार का अनुवाद करता है. अनुवादक और दुभाषिए सरकारी क्षेत्र और निजी कंपनियों, दूतावासों, ट्रांसक्रिप्शन एजेंसियों आदि में अपना करियर बना सकते हैं.
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राजभाषा अधिकारी
राजभाषा अधिकारी मुख्य रूप से राष्ट्रीयकृत बैंकिंग संस्थानों में राजभाषा अधिकारी के रूप में कार्य करते हैं. उनका कार्य दिन-प्रतिदिन के कार्यों में राजभाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना है. दस्तावेजों का हिंदी में अनुवाद का काम भी करते हैं.
हिंदी पत्रकारिता
हिंदी पत्रकारिता में हिंदी भाषा के ज्ञानी के लिए कोई कमी नहीं है. हिंदी भाषा जानने वाले के लिए एंकर, समाचार संपादक, समाचार लेखक और रिपोर्टर आदि जैसे कई नौकरियां हैं. एक अनुमान के मुताबिक देश में लगभग 11489 हिंदी पत्रिकाएं प्रकाशित होती हैं ऐसे में हिंदी में जॉब की कोई कमी नहीं है. वहीं समाचार पत्रों, रेडियो चैनलों, समाचार चैनलों, पत्रिकाओं और डिजिटल समाचार मीडिया में हिंदी जानने वाली के लिए अपास मौके हैं.
हिंदी टाइपिस्ट/हिंदी स्टेनोग्राफर
सरकारी क्षेत्र में हिंदी स्टेनोग्राफर और टाइपिस्ट की काफी मांग है. हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट जैसे अन्य सरकारी संस्थानों में समय-समय पर हिंदी टाइपिस्ट की वैकेंसी निकलती है.
एकेडमिक में
हिंदी भाषा के टीचर और प्रोफेसर की भी मांग कुछ समय में काफी बढ़ी है. योग्य हिंदी शिक्षकों के लिए सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में नौकरी के भरपूर अवसर हैं. यही नहीं कई देशों में हिंदी भाषा पढ़ाई जाती है, ऐसे में विदेशों में भी हिंदी जानकारी की काफी मांग है.
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