Napping Benefits: हम अक्सर खाना खाने के बाद या दिन में झपकी लेते हैं और इसे अक्सर आलस्य से जोड़ा जाता है. हालांकि, शोध से पता चला है कि झपकी लेने से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को कई लाभ हो सकते हैं. ब्रेन की उम्र बढ़ने की स्पीड को धीमा करने के लिए झपकी लेने को एक संभावित तरीके के रूप में सजेस्ट किया गया है, क्योंकि इसका कॉग्नेटिव फंक्शन और ऑलओवर हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. जब हम ब्रेन एज बढ़ने के बारे में बात करते हैं, तो हम उम्र बढ़ने के साथ ब्रेन में होने वाले स्ट्रक्चरल और फंक्शनल चेंजेस की सामान्य प्रक्रिया के बारे में बात करते हैं. इन बदलावों से कॉग्नेटिव लॉस, मेमोरी प्रोब्लम्स और उम्र से संबंधित अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
झपकी लेने से ब्रेन की एज बढ़ने में लाभ हो सकता है, इसका एक तरीका कॉग्नेटिव परफॉर्मेंस में सुधार करना है. शोध से पता चला है कि छोटी झपकी लेने से याददाश्त, ध्यान और समस्या सुलझाने की स्किल में बढ़ोत्तरी हो सकती है. झपकी ब्रेन को आराम और रिचार्ज करने करती है, जिससे जागने पर सतर्कता में सुधार करने में मदद मिलती है. झपकी कॉग्नेटिव हेल्थ में सुधार करके झपकी ब्रेन की एज बढ़ने के कुछ प्रभावों को धीमा या कम कर सकती है.
झपकी लेने के 7 फायदे | 7 benefits of taking a nap
1. एडवांस कॉग्नेटिव फंक्शन
यह पाया गया है कि झपकी लेने से कॉग्नेटिव फंक्शन, मेमोरी और सीखने में सुधार होता है. जब हम सोते हैं, तो हमारा ब्रेन सूचनाओं को कंसोलिडेटेड करता है, जिससे बेहतर रिटेंशन और याद रखने में मदद मिलती है. झपकी इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में मदद कर सकती है, जिससे हमारे लिए ध्यान केंद्रित करना, निर्णय लेना और पूरे दिन नई जानकारी बनाए रखना आसान हो जाता है.
2. सतर्कता और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाता है
20-30 मिनट की एक छोटी झपकी सतर्कता और एनर्जी लेवल को काफी बढ़ा सकती है, जिससे हाई प्रोडक्टिविटी बेहतर फोकस और उन कामों में बेहतर प्रदर्शन हो सकता है जिनमें बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है.
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3. तनाव में कमी आती है
झपकी से स्ट्रेस लेवल को कम करने में मदद मिलती है. जब हम सोते हैं, तो हमारा शरीर ऐसे हार्मोन जारी करता है जो कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन को कम करते हैं. दिन के दौरान झपकी लेने से तनाव कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे हम तरोताजा हो सकते हैं और शांत मानसिकता के साथ बाकी दिन का सामना कर सकते हैं.
4. मूड में सुधार होता है
नींद की कमी अक्सर चिड़चिड़ापन, मूड में बदलाव और बढ़ती भावनात्मक प्रतिक्रिया से जुड़ी होती है. झपकी लेने से हम नींद की कमी के प्रभाव को दूर कर सकते हैं, जिससे मूड में सुधार होता है.
5. क्रिएटिविटी और समस्या सुलझाने की क्षमता बढ़ती है
नींद को क्रिएटिविटी और समस्या का समाधान करने क्षमताओं से जोड़ा गया है. झपकी के दौरान, हमारा ब्रेन नींद के कई स्टेप्स से गुजरता है, जिसमें REM नींद भी शामिल है, जो सपने देखने और क्रिएटिविटी से जुड़ी होती है.
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6. हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है
कई अध्ययनों से पता चला है कि नियमित रूप से दिन में झपकी लेने वाले हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है. झपकी लेने से आराम मिलता है, ब्लड प्रेशर कम होता है और हार्ट रेट कम होती है, जिससे हार्ट हेल्थ में सुधार होता है.
7. फिजिकल परफॉर्मेंस को बढ़ाती है
मसल्स रिकवरी में भी झपकी बड़ी भूमिका निभाती है. खासतौर से एथलीटों को झपकी लेने से लाभ होता है क्योंकि यह एनर्जी को बनाए रखने में मदद करती है, एक्सरसाइज से होने वाली थकान को कम करता है और फिजिकल परफॉर्मेंस में सुधार होता है.
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