Irregular Periods: 10-12 साल के बाद हर लड़की को पीरियड से गुजरना पड़ता है. महीने के वो 5 दिन उनके लिए बेहद मुश्किल भरे होते हैं और तब उनका मूड और ऑफ हो जाता है, जब पीरियड्स में देरी हो जाती है या उनके पीरियड महीने में 2 बार आ जाते है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अनियमित पीरियड्स या अनियमित महावारी का कारण क्या है? (Irregular Periods Cause) आपको बता दें कि हमारी लाइफस्टाइल में ही हम कुछ चीजें ऐसी कर देते हैं जो अनियमित पीरियड (Irregular Periods) का कारण बनती है और इसके कारण हमें पीरियड्स के दौरान कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं अनियमित पीरियड होने का कारण, उपचार (Irregular Periods treatment) और इससे होनी वाली समस्याओं के बारे में.
क्या होता है अनियमित पीरियड- What Is Irregular Periods:
हर महिला को हर महीने 5 से 6 दिन का पीरियड साइकिल होता है. यह 21 से 35 दिनों के अंतराल में होता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि पीरियड में देरी हो जाती है या महीने में दो से तीन बार पीरियड हो जाते हैं. इन्हें अनियमित या पीरियड्स कहा जाता है.
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अनियमित पीरियड से होने वाली समस्या- Irregular Periods Health Problems:
एक स्टडी के अनुसार, अनियमित पीरियड की वजह से पॉलीसिस्टिक ओवरी सिस्टम यानी कि पीसीओएस का खतरा बढ़ सकता है, जो एक हार्मोनल समस्या है जिससे आज के समय में कई महिलाएं जूझ रही हैं. पीसीओएस या पीसीओडी में अनियमित पीरियड, पीरियड्स के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग, दर्द, चेहरे और अन्य जगह पर बालों का बढ़ना शामिल है.
अनियमित पीरियड होने का कारण- Irregular Periods Factors:
1. तनाव- आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लगभग हर महिला तनाव से जूझती है. यह स्ट्रेस अनियमित पीरियड का बड़ा कारण होता है. दरअसल, महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रॉस्ट्रेशन और टेस्टोस्टेरोन नाम के तीन हार्मोन होते हैं, जिनका संतुलन बिगड़ने से अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है.
2. मोटापा- अनियमित पीरियड होने का दूसरा कारण मोटापा भी है. जिन महिलाओं का वजन ज्यादा होता है उनमें इसकी समस्या भी ज्यादा होती है. इतना ही नहीं अगर आपका वजन बेहद कम है तो भी अनियमित पीरियड की समस्या हो सकती है.
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3. गर्भनिरोधक गोली- जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन करती हैं, उनके पीरियड में अनियमित हो जाते हैं. इसके अलावा पीरियड्स के दौरान उन्हें ज्यादा ब्लीडिंग भी होती है और यह गर्भनिरोधक गोलियां आपके शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं.
4. डायबिटीज- जो महिलाएं डायबिटीज या थायराइड जैसी बीमारियों से ग्रसित होती हैं, उनमें अनियमित पीरियड होने की समस्या आमतौर पर देखी जाती है.
अनियमित पीरियड के घरेलू उपचार- Irregular Periods Treatment:
अगर आप भी अनियमित पीरियड से परेशान रहते हैं. कभी आपके पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं तो कभी महीनों बाद भी पीरियड नहीं आते हैं तो आपको हल्दी, अदरक, दालचीनी और सौंफ का सेवन करना चाहिए. भारतीय रसोई में यह चीजें रामबाण मानी गई है. हल्दी हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करती है, तो अदरक का रोजाना सेवन करने से पीरियड रेगुलर हो जाते हैं. इसके अलावा दालचीनी की तासीर भी गर्म होती है ऐसे में इसका सेवन करना फायदेमंद हो सकता है. वहीं सौंफ में एंटीस्पास्मोडिक तत्व पाए जाते हैं जो पीरियड स्कोर नियमित रखने में मदद कर सकते हैं.
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