दुनिया में आम के उत्पादन में भारत नंबर वन है. इसके साथ ही खपत या उपभोग के मामले में भी अव्वल है. दुनिया भर के आमों का 50 फीसदी उत्पादन भारत में ही होता है. सालाना तकरीबन 2 करोड़ 10 लाख मेट्रिक टन आम का उत्पादन करने वाले भारत में एक दिन में एक भारतीय औसतन 85 ग्राम आम खाता है. मेडिकल प्रोफेशनल्स के मुताबिक किसी भी शख्स के लिए आम खपत की यह मात्रा बिल्कुल सही है.
दुनिया भर में भारत के आम का दबदबा, कुल 41 देशों में निर्यात
कहा जाता है कि साल 1498 में केरल में पुर्तगाली मसाला लाते थे. उसी दौर में आम ने भी देश में एंट्री की थी. पुर्तगाली आम को मांगा कह कर पुकारते थे. वक्त बदला और अब दुनिया भर में भारत के आम का दबदबा है. भारत कुल 41 देशों को आम निर्यात करता है. बीते साल 47.98 मिलियन यूएसडी कीमत के आम का निर्यात किया गया था. आम में 20 फीसदी घुलनशील शर्करा होता है. हालांकि, दशहरी, मालदा, बिज्जू, सुकुल आम को शुगर के लिए ठीक माना जाता है.
देश में 11 फीसदी डायबिटीज के मरीज, 15 फीसदी प्री-डायबिटिक
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (ICMR) की एक स्टडी के मुताबिक भारत में मौजूदा समय में 11 फीसदी लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इसके अलावा 15 फीसदी लोग प्री-डायबिटिक भी हैं. ऐसी हालत में डायबिटीज समेत कई बीमारियों में आम खाने को लेकर अलग-अलग तरह की शंकाएं फैलना बिल्कुल सही नहीं है. आइए, दिल्ली स्थित बीएलके-मैक्स हॉस्पिटल के सेंटर ऑफ डायबिटीज के सीनियर डायटिशियन डॉक्टर अशोक कुमार झिंगन और एशियन हॉस्पिटल, फरीदाबाद की हेड डायटिशियन कोमल मलिक से आम और डायबिटीज से जुड़े सवालों के जवाब जानते हैं. इसे भी पढ़ें : Mango In Diabetes: क्या डायबिटीज के मरीज आम खा सकते हैं? कितनी मात्रा है सुरक्षित? शुगर मरीज जरूर दें इस बात का ध्यान
सवाल- आम खाने का सही समय क्या होना चाहिए?
जवाब- आम को खाने का सबसे सही समय सुबह 11 बजे से दोपहर 4 बजे तक का होता है. आम को सुबह बिल्कुल खाली पेट नहीं खाना चाहिए. वहीं, रात में खाने के बाद और सोने से पहले भी आम को खाने से परहेज करना चाहिए. आम को मिठाई या डेजर्ट की तरह भी नहीं खाना चाहिए.
सवाल- एक दिन में कितने आम खाए जा सकते हैं?
जवाब- एक स्वस्थ आदमी को एक दिन में 200 से 250 ग्राम तक आम खाना चाहिए. एक नॉर्मल साइज का आम का वजन लगभग इतना ही होता है. एक आम में लगभग 60 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है. इसलिए, शुगर मरीजों को 100 ग्राम या उससे भी कम यानी दिन में आधा आम ही खाना चाहिए. इसे भी पढ़ें : आया मौसम मीठे-रसीले आम का... डायबिटीज के डर से क्यों मन मसोस कर रह जाते हैं? एक्सपर्ट से जानते हैं सबसे अहम सवालों के जवाब
सवाल- क्या आम को खाने का कोई खास तरीका भी है?
जवाब- आम को सुबह ब्रेकफास्ट में या फिर डिनर में खाना सही नहीं होता, क्योंकि इससे एसिडिटी की शिकायत होती है. दूसरा आम को खाने का खास तरीका यह है कि जब आम खाएं तो दूसरे फलों को खाने से बचना चाहिए. आम को सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. क्योंकि आम जैसे हाई कैलोरिज वाले फलों मेन कोर्स नहीं, बल्कि स्नैक्स की तरह खाना चाहिए. आम को कर्ड, मिल्क या नट्स के साथ खाया जा सकता है. आम के दूसरे व्यंजन बनाते समय उसमें चीनी नहीं मिलाना चाहिए.
सवाल- आम के अलावा दूसरे मीठे फल भी शुगर में हानिकारक हैं?
जवाब- फलों के ग्लाइसेमिक इंडेक्स या जीआई स्केल के जरिए शुगर लेवल को प्रभावित करने की क्षमता के बारे में पता किया जाता है. हर मीठे फलों में यह अलग-अलग होता है. 1 से 100 वैल्यू तक मापे जाने वाले जीआई को लो, मिडियम और हाई तीन कैटेगरी में बांटा गया है. आम लो से मीडियम कैटेगरी का फल है. दूसरे फल भी इसी हिसाब से शुगर मरीजों के लिए कम या ज्यादा हानिकारक हो सकते हैं. लीची, तरबूज, खरबूजा वगैरह सीजनल फ्रूट के जीआई हाई होता है. इसका क्वांटिटी कंट्रोल करना चाहिए और भोजन से अलग समय में खाना चाहिए. इसे भी पढ़ें : आया मौसम मीठे-रसीले आम का... डायबिटीज के डर से क्यों मन मसोस कर रह जाते हैं? एक्सपर्ट से जानते हैं सबसे अहम सवालों के जवाब
सवाल- किन फलों के साथ आम को मिक्स नहीं करना चाहिए?
जवाब- आम के साथ ड्राय फ्रूट्स, पाइनेपल, ऑरेंज वगैरह मिक्स करने से बचना चाहिए. आमतौर पर कहें तो सिट्रिक फ्रूट्स को आम के साथ नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इसे खाने वाले को एसिडिटी और गैस्ट्रिक समेत डाइजेशन सिस्टम से जुड़ी कुछ दिक्कतें हो सकती हैं.
क्या डायबिटीज के मरीज आम खा सकते हैं? | Is Mango Good For Diabetes?
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)