विज्ञापन

महाराष्ट्र के इस गांव में नहीं घुस सकती है मारुति की कोई कार, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

Maruti Car Ban in Which Village: महाराष्ट्र का एक गांव है, जहां मारुति की कार लेकर जाना मना है. अगर कोी गलती से मारुति कंपनी की कोई गाड़ी लेकर चला जाता है तो गांव वालों का गुस्सा और नाजारगी देखने को मिल सकती है.

महाराष्ट्र के इस गांव में नहीं घुस सकती है मारुति की कोई कार, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
नई दिल्ली:

Maruti Car Ban in Which Village: क्या आप जानते हैं, महाराष्ट्र में एक ऐसा गांव है, जहां मारुति की कोई कार नहीं जा सकती है. जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना. यह कोई मजाक नहीं, बल्कि सच है. महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में द्रोणागिरी नाम का एक गांव हैं. जहां हनुमान जी का नाम लेना भी पाप (Maharashtra Dronagiri village Mystery story in hindi) माना जाता है. इस गांव में मारुति की कारों पर पूरी तरह पाबंदी (Why Maruti cars are banned in Dronagiri village) है. यहां लोग भगवान हनुमान के बजाय उनके शत्रु निंबा दैत्य की पूजा करते हैं. इस गांव की अनोखी परंपरा, लाल झंडे पर रोक और मारुति गाड़ियों से जुड़े नियम सुनकर आप हैरान (Unique traditions in Dronagiri Maharashtra) रह जाएंगे. आइए जानते हैं, क्यों इस गांव में हनुमान का नाम तक नहीं लिया जाता और मारुति कारों की एंट्री बैन है...

गांव की परंपरा क्या है (Dronagiri Village Tradition)

द्रोणागिरी गांव के लोगों का मानना है कि जब लक्ष्मण जी मूर्क्षित हो गए थे और उन्हें बचाने के लिए हनुमान ने जिस पर्वत को संजीवनी बूटी लेने के लिए उठाया था, वह यहीं स्थित था. इस घटना से गांव वाले हनुमान से नाराज हो गए. कहा जाता है, बजरंगबली ने पर्वत उठाया और पहाड़ देवता की साधना भंग कर दी. पर्वत को ले जाते समय उन्होंने देवता की दाई भुजा भी उखाड़ दी. तभी से गांव में लाल झंडा लगाना मना है, क्योंकि पर्वत से बहा लाल रंग अभी भी 'रक्त' यानी खून माना जाता है. गांव के लोग किसी भी शुभ काम से पहले निंबा दैत्य महाराज की पूजा करते हैं.

मारुति की कारों पर पाबंदी (Maruti Cars Ban in Maharashtra Village)

द्रोणागिरी गांव में कोई भी गाड़ी लाई जा सकती है, लेकिन मारुति की गाड़ी बिल्कुल भी नहीं. क्योंकि हनुमान का एक नाम मारुति भी है, इसलिए लोग इस नाम से जुड़े किसी भी गाड़ी या चीज को गांव में बर्दाश्त नहीं करते हैं. अगर कोई गलती से मारुति की कार लेकर आ जाता है तो उसे नुकसान पहुंचाया जा सकता है.

हनुमान जी की पूजा करने वालों के यहां नहीं होती शादी

द्रोणागिरी गांव में शादी और अन्य सामाजिक रीति-रिवाज भी गांव की धार्मिक मान्यताओं से गहराई से जुड़े हैं. यहां के लोग अपनी बेटियों की शादी ऐसे परिवारों में नहीं करते, जहां पवनसुत हनुमान की पूजा होती हो. उनका मानना है कि हनुमान और मारुति से जुड़े नाम या प्रतीक उनके विश्वासों के खिलाफ हैं. यही कारण है कि कोई भी शुभ काम करने से पहले निंबा दैत्य की पूजा की जाती है. गांव वाले इस परंपरा को लेकर बेहद सख्त और अनुशासित हैं. वे मानते हैं कि अगर नियम का पालन न किया जाए, तो यह उनके लिए अशुभ हो सकता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com