कुलदीप का तो विश्व कप के लिए समझो हो ही गया, वापसी के लिए दिया इन 2 लोगों को श्रेय

Kuldeep Yadav: कुलदीप यादव ने जिस अंदाज में शुक्रवार को निकोलस पूरन को बोल्ड किया, वह बहुत कुछ कह गया

कुलदीप का तो विश्व कप के लिए समझो हो ही गया, वापसी के लिए दिया इन 2 लोगों को श्रेय

Kuldeep Yadav: कुलदीप यादव शुक्रवार को प्लेयर ऑफ द मैच रहे

लखनऊ:

शुक्रवार को जिस तरह तरह की गेंदबाजी चाइमैन कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने लखनऊ सुपर जॉयंट्स (LSG vs DC) के खिला जैसी गेंदबाजी ही, उससे देखकर कहा जा सकता है कि इस प्रदर्शन को देखने के बाद अजित अगरकर एंड कपनी ने टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) के लिए कुलदीप यादव के नाम के आगे "टिक" कर दिया होगा. मतलब विश्व कप के लिए तो कुलदीप का काम हो ही गया समझो! उनके नाम पर महीने के आखिर में बस मुहर लगना औपचारिकता भर रह गया है. बहरहाल, लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच जिताऊ तीन विकेट लेने वाले कुलदीप यादव काफी खुश हैं और उन्होंने अपने प्रदर्शन का श्रेय सहयोगी स्टॉफ और फिजियो खासकर पैट्रिक और विवेक की अटूट कड़ी मेहनत को दिया, जिन्होंने उनकी पुनर्वास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कुलदीप यादव चोट के कारण कैपिटल्स के पिछले तीन मैचों में नहीं खेल पाए थे, लेकिन उन्होंने धमाकेदार वापसी की. कलाई के स्पिनर ने अपनी तीसरी गेंद पर मार्कस स्टोइनिस (8) को आउट किया और उसके बाद एलएसजी के इन-फॉर्म बल्लेबाज निकोलस पूरन को शून्य पर आउट किया.

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कुलदीप ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन समारोह में कहा, "मैं फिट नहीं था. पहले मैच में मुझे चोट लग गई. बीच के ओवरों में टीम को संघर्ष करते देखना मुश्किल था. इस मैच के लिए खुद को फिट करना चाहता था. इसका श्रेय पैट्रिक और विवेक को जाता है.  मुझे बनाए रखने और मुझे इस मैच के लिए तैयार करने के लिए उन्होंने अच्छा काम किया है. कौन सा विकेट सबसे बढ़िया रहा, पर कुलदीब ने कहा कि सभी अच्छे महत्वपूर्ण विकेट थे. विशेष रूप से बीच के ओवरों में 3 विकेट लेने से रन गति नियंत्रित होती है और लक्ष्य का पीछा करते हुए मुझे यह अच्छा लगा. जाहिर तौर पर मुझे दूसरा विकेट मिला पूरन का मिला, उसने मुझे काफी खुशी दी. 

अपने प्रदर्शन पर विचार करते हुए, कुलदीप ने अपनी गेंदबाजी योजना में स्पष्टता के महत्व पर जोर दिया, प्रारूप की परवाह किए बिना लंबाई पर नियंत्रण के महत्व पर जोर दिया. उनका आत्मविश्वास और रणनीति स्पष्ट थी क्योंकि उन्होंने विकेटकीपर ऋषभ पंत के साथ मिलकर टीम वर्क पर अपनी निर्भरता पर चर्चा की, विशेष रूप से निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के संबंध में निर्णय लेने में.

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कुलदीप ने कहा, 'मैं अपनी योजना को लेकर बहुत स्पष्ट हूं. एक स्पिनर के रूप में लंबाई बहुत मायने रखती है. आप चाहे किसी भी प्रारूप में खेलें, अच्छी लंबाई हमेशा अच्छी होती है. बस उसी पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं. मैं बहुत स्पष्ट हूं और बहुत आश्वस्त हूं. डीआरएस के सवाल पर कुलदीप बोले जब भी मुझे ऐसा लगता है कि यह 50-50 (डीआरएस कॉल पर) है, तो मैं जाने की कोशिश करता हूं और जब भी मैं 60-40 महसूस करता हूं, तो मैं ऋषभ की बात सुनता हूं क्योंकि डीआरएस एक ऐसी चीज है जो एक गेंदबाज लेना चाहता है. आपको लगता है कि विकेट मिलने की संभावना है, जब आपको 2 डीआरएस मिलते हैं, तो जाहिर तौर पर 1 मेरे लिए होता है.'