
उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं को बड़ी सौगात देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने रविवार को प्रदेश के सभी राजकीय महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के लिए मुफ्त हाई स्पीड वाई-फाई इंटरनेट कनेक्टिविटी की शुरुआत की. प्रदेश के सभी सरकारी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ने वाला उत्तराखंड देश का प्रथम राज्य है.
मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र के डोईवाला के शहीद दुर्गामल्ल राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय से इस सुविधा की शुरुआत करने के बाद प्रदेशवासियों को इस मामले में उत्तराखंड के देश का पहला राज्य बनने पर बधाई दी और कहा कि युवाओं के लिए यह सुविधा वरदान साबित होगी.
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सुविधा के माध्यम से प्रदेश के छात्र-छात्राएं अपने-अपने क्षेत्रों में बहुत कुछ हासिल कर चुके महान विद्वान लोगों से भी ज्ञान अर्जित कर सकेंगे.
आज डोईवाला स्थित शहीद दुर्गामल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से राज्य के सभी महाविद्यालयों में फ्री वाई-फाई कनेक्टिविटी का शुभारंभ किया। प्रदेश के महाविद्यालयों को हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ने वाला देश का प्रथम राज्य बनने पर प्रदेशवासियों को बधाई।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) November 8, 2020
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उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि युवा न सिर्फ स्वयं रोजगार प्राप्त करने के लायक हों, बल्कि अन्य लोगों को रोजगार देने लायक भी बनें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल भारत' अभियान की ओर इसे एक महत्त्वपूर्ण कदम बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ‘प्राचीन से अर्वाचीन' को जोड़ने की एक साकार पहल है.
प्रदेश सरकार महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों को समर्पित ‘इंटरनेट लीज लाइन' के माध्यम से हाई स्पीड वाई-फाई इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान कर रही है. उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के सभी 106 महाविद्यालयों और पांच विश्वविद्यालयों के दो लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं