
फरीदाबाद में ट्रेनी रेवेन्यू अफसर जुनैद अहमद इस साल की सिविल सेवा परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहे हैं. जुनैद को पांचवीं कोशिश में यह सफलता हाथ लगी है.पिछले साल 352 वीं रैंक आने पर जुनैद को रेवेन्यू सर्विस मिली थी. उत्तर प्रदेश के बिजनौर से आने वाले जुनैद 2014 से इस परीक्षा की तैयारी में जुटे थे और शुरुआती असफलता से वे निराश भी हुए.एनडीटीवी से बातचीत में जुनैद बताते हैं कि NCERT को उन्होंने अपनी तैयारी का आधार स्तंभ बताया. चाहे बात जनरल स्टडीज की हो या ऑप्शनल सब्जेक्ट्स की, बेसिक तैयारी उन्होंने NCERT से ही की. जुनैद का ऑप्शनल सब्जेक्ट जियोग्राफी था.
उनका मानना है कि एक बार आप NCERT कवर कर लेते हैं तो आपका बेस बन जाता है. उसके बाद आपको करंट अफेयर्स पर फोकस करना चाहिए. इसके लिए जुनैद द हिन्दू और इंडियन एक्सप्रेस पढ़ते थे. ऑप्शनल जियोग्राफी के लिए उन्होंने मजीद हुसैन की किताब भी पढ़ी. यानीं पहले NCERT को कवर करना फिर रेफरेंस बुक का उन्होंने सहारा लिया.
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जुनैद एनडीटीवी के उन पाठकों से जो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं उनसे कहना चाहते हैं कि आपको तैयारी को समग्र रूप में देखना चाहिए. ये नहीं कि प्रीलिम्स और मेंस के लिए अलग-अलग तैयारी करनी है. उतार लिखने की प्रैक्टिस को भी जुनैद काफी अहमियत देते हैं. शुरुआती सालों की असफलता के बाद जुनैद ने उत्तर लिखने की प्रैक्टिस पर काफी वक़्त दिया क्योंकि मेंस में इसकी अहमियत काफी बढ़ जाती है. जुनैद कहते हैं कि आप चाहे जो करें असफलता से घबराएं नहीं और अपने निशाने पर आंख जमाये रखें तो आपको सफलता जरूर मिलेगी.
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