'परीक्षा पे चर्चा 2022' का रजिस्ट्रेशन कल से होगा शुरू, छात्रों को मिलेगा PM से जुड़ने का मौका

पीएमओ की ओर से ट्वीट कर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लेने को कहा गया है. साथ में ही एक प्रतियोगिता आयोजन करने की बात भी कही गई है.

'परीक्षा पे चर्चा 2022' का रजिस्ट्रेशन कल से होगा शुरू, छात्रों को मिलेगा PM से जुड़ने का मौका

9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के परीक्षा पे चर्चा 2022 कार्यक्रम के लिए पंजीकरण करने की प्रक्रिया कल से शुरू हो रही है. जो छात्र, शिक्षक और अभिभावक परीक्षा पे चर्चा 2022 कार्यक्रम (Pariksha Pe Charcha) में हिस्सा लेना चाहते हैं, वो  28 दिसंबर,2021 से लेकर  20 जनवरी,2022 तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. पीएमओ की ओर से ट्वीट कर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लेने को कहा गया है. साथ में ही एक प्रतियोगिता आयोजन करने की बात भी कही गई है.

पीएमओ की ओर से ट्वीट कर लिखा गया है कि 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं. वेबसाइट MyGov.in पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता हैं. इसके लिए ऑनलाइन 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा.  

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बता दें, पीएम मोदी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के तहत देश के छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों से बोर्ड परीक्षा को लेकर चर्चा करते हैं. साल 2022 की 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षा से पूर्व इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है.

पिछले साल पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान कहा था कि बच्चों पर माता-पिता, शिक्षकों और अन्य लोगों द्वारा दबाव नहीं डाला जाना चाहिए. ऐसे करने से वे बिना किसी दबाव के परीक्षा में बैठ सकेंगे. अगर हम छात्रों पर दबाव कम करते हैं, तो उनका परीक्षा का डर भी कम हो जाएगा. माता-पिता को अपने बच्चे के कैलिबर को समझना चाहिए और उनकी ताकत पर ध्यान देना चाहिए. माता-पिता को छात्रों के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनाना चाहिए.

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उस दौरान पीएम मोदी ने छात्रों से कहा था कि कुछ विषयों को पसंद न करना या उसमें कमजोर होना ठीक है. लेकिन उन्हें एक विफलता बिंदु न समझें. सफल लोग वे होते हैं जो अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करते हैं. कठिन विषयों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें एक चुनौती के रूप में लेना चाहिए.