NEET 2019 परीक्षा पास करने में असफल रही 18 वर्षीय एक युवती ने गुरुवार को अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. इस घटना के साथ ही राज्य में नीट परीक्षा में असफल रहने पर आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है. इस परीक्षा का परिणाम (NEET 2019 Result) बुधवार को घोषित किया गया था. इस घटना के बाद से तमिलनाडु में विपक्षी दलों की दो साल पुरानी मांग को एक बार फिल बल मिला है कि राज्य को इस परीक्षा से अलग हो जाना चाहिए. एम मोनिशा दूसरे साल लगातार इस परीक्षा को पास करने में विफल रही.
जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘वह बीते साल अपने पिछले प्रयास में सफल नहीं हो सकी थी और इस साल संपन्न नीट परीक्षा में उसे बहुत कम अंक आये.'' छात्रा ने इरोड जिले के तिरुचेनगोड के एक प्रतिष्ठित विद्यालय से 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की थी. मछुआरा समुदाय से संबंध रखने वाली लड़की की मां की हाल ही में मौत हो गई थी. पांच जून को तिरुपुर की एस रितुश्री और पुदुकोट्टई की रहने वाली एन वैशिया ने नीट परीक्षा में असफल रहने के बाद आत्महत्या कर ली थी.
अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के महासचिव टीटीवी दिनाकरण ने छात्रा की मौत के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये आरोप लगाया कि नीट अन्याय परक है. इस परीक्षा की वजह से ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा की पढ़ाई करने के इच्छुक छात्र अपने सपने को पूरा नहीं कर पा रहे है. परिणाम आने के एक दिन बाद द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन ने कहा कि उनकी पार्टी के सांसद संसद में इस मुद्दे को उठायेंगे और राज्य को इस परीक्षा से छूट देने की मांग करेंगे.
माकपा नेता के. बालाकृष्णन ने भी उनकी मांग का समर्थन किया. एमडीएमके नेता वाइको ने कहा कि पीड़ित या तो गरीब मजदूरों के बच्चे होते हैं या फिर मध्यम वर्ग के. ये बच्चे नीट परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंगों की फीस में लाखों रूपये खर्च करने में असमर्थ हैं.
(इनपुट- भाषा)
अन्य खबरें
NEET 2019: नीट परीक्षा में फेल होने पर 17 साल की लड़की ने लगाई फांसी, 12वीं में आए थे 81 फीसदी अंक
NEET 2019 Result: राजस्थान के स्टूडेंट्स ने किया शानदार प्रदर्शन, टॉप 50 में शामिल हुए 7 स्टूडेंट्स
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं