NEET 2017 में कुछ ही दिन बाकी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा मेडिकल और डेंटल कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा नीट 2017 का एडमिट कार्ड जारी किए जाने के बाद स्टूडेंट्स ने अपनी तैयारी और तेज कर दी है. परीक्षा का आयोजन 7 मई 2017 को किया जाएगा. ऐसे में विद्यार्थियों को शेष बचे करीब 15 दिनों के लिए एक अलग, सटीक और अनुशासित रणनीति बनानी होगी. अंतिम दिनों में बनाई गई स्ट्रेटेजी ही आपका डॉक्टर बनने का सपना साकार करेगी. अंतिम इसलिए आपकी तैयारी स्मार्ट होनी चाहिए,
ज्यादातर एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमत हैं कि एग्जाम से ऐन पहले कुछ नया न पढ़ें. कोई नई किताब की तरफ न देखें. इससे आप कंफ्यूज हो सकते हैं. वही नोट्स पढ़ें जो आपने साल भर पढ़ें हैं. महत्वपूर्ण फॉर्मूलों के नोट्स बना सकते हैं जिन्हें कुछ घंटों पहले पढ़ा जा सकता है. आकाश एजुकेशनल सर्विस प्राइवेड लिमिटेड के डायरेक्टर आकाश चौधरी बता रहे हैं कि कैसे आप इन अंतिम क्षणों में अपनी तैयारी की फाइनल टच दे सकते हैं.
बहुत ज्यादा किताबें न पढ़े
बहुत ज्यादा किताबें आपको भटकाती हैं. बाजार में नीट की तैयारी से जुड़ी किताबों की भरमार हैं. नीट एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को महत्व देता है, इसलिए एनसीईआरटी की किताब ही पढ़ें. अपने प्रोफेसर्स या नीट टॉपर्स द्वारा सुझाई गई रेफरेंस बुक की मदद ले सकते हैं.
ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट दें
एग्जाम से कुछ दिन पहले तैयारी के लिए सबसे अच्छा तरीका होता है कि ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट में शामिल हों और बीते सालों के पेपर्स को सॉल्व करें. इससे आपकी टाइमिंग, स्पीड और एक्यूरेसी सुधरेगी. प्रॉब्लम सॉल्विंग टेक्नीक बेहतर होगी. अपनी कमजोरी और ताकत का पता चलेगा. एग्जाम के माहौल में बैठने की आदत हो जाएगी.
स्पीड बढ़े, गलतियां घटे
नीट में प्रत्येक गलत जवाब के लिए 1 नंबर काटा जाता है. इसलिए मॉक टेस्ट में स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ गलतियों को कम करने की भी कोशिश करें.
किस एक प्रश्न में न उलझें रहें
नीट के एग्जाम में आपको फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी के पेपर के कुल 180 ऑब्जेक्टिव सवालों के जवाब देने होंगें. अगर आप किसी सवाल को सॉल्व नहीं कर पा रहे हैं और उसमें एक या दो मिनट से ज्यादा का समय लग रहा हो तो उसे छोड़कर आगे बढ़ जाएं. क्योंकि आपको निर्धारित समय में पूरा पेपर सॉल्व करना है.
गेस आंसर करने से बचें
अगर आपको किसी सवाल के जवाब के दो ऑप्शन में कंफ्यूजन हो तो उसका जवाब देने से बचें. चूंकि परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग है, इसलिए बेहतर होगा कि आप रिस्क न लें. इसलिए अगर आपको किसी सवाल के जवाब को लेकर पूरा यकीन न हो तो उसे छोड़ दें.
प्रश्न हल करने की स्मार्ट और शॉर्टकट ट्रिक दिलाएगी सफलता
नीट परीक्षा में सवालों को हल करने के लिए समय काफी कम होता है, इसलिए कम समय में ज्यादा सवाल हल करने के लिए शॉर्टकट तरीकों को अपनाएं. मॉक टेस्ट देते समय शॉर्टकर्ट तरीकों की भी प्रैक्टिस ज्यादा से ज्यादा करें. इससे आप निर्धारित समय में सभी सवालों को सॉल्व कर पाएंगे.
अपनी तैयारी के स्तर को आंकें
अपनी कमजोरियों और ताकत को पहचानें. कमजोरियों को दूर करते रहे हैं और ताकत को और चमकाएं.
पिछले सालों के पेपर सॉल्व करें और कॉन्सेप्ट क्लीयर रखें
जब पिछले सालों के पेपर सॉल्व कर रहे हों तो उन कॉमन प्रश्नों को नोट कर लें जो विभिन्न मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं. इससे आपको एग्जाम पैटर्न का अनुमान लग जाएगा. आप वो टॉपिक भी जानेंगे जिन पर आपको ज्यादा वक्त देने की जरूरत है.
कॉन्सेप्ट्स पर फोकस करें और उन्हें क्लियर रखें. अगर आपके कॉस्पेप्ट क्लियर होंगे तो आप आसानी से घुमाकर पूछे गए सवालों का भी उत्तर दे दे पाएंगे. बिना कॉन्सेप्ट क्लियर किए ज्यादा से ज्यादा सवालों को पढ़ने और रटने से कोई फायदा नहीं होगा.
हर टॉपिक के नोट्स बनाएं
नोट्स बनाने से अंतिम तीन से चार दिनों में आपके लिए रिवीजन करना काफी आसान हो जाएगा. मुश्किल फॉर्मूलों को नोट कर लें.
पॉजिटिव एटीट्यूड रखें
खुद पर एग्जाम का तनाव हावी न होने दें. पॉजीटिव रहकर एग्जाम देने जाएं. सफलता के लिए पॉजिटिव रहना बेहद जरूरी है. माइंड को रिलेक्स रखें.
ज्यादातर एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमत हैं कि एग्जाम से ऐन पहले कुछ नया न पढ़ें. कोई नई किताब की तरफ न देखें. इससे आप कंफ्यूज हो सकते हैं. वही नोट्स पढ़ें जो आपने साल भर पढ़ें हैं. महत्वपूर्ण फॉर्मूलों के नोट्स बना सकते हैं जिन्हें कुछ घंटों पहले पढ़ा जा सकता है. आकाश एजुकेशनल सर्विस प्राइवेड लिमिटेड के डायरेक्टर आकाश चौधरी बता रहे हैं कि कैसे आप इन अंतिम क्षणों में अपनी तैयारी की फाइनल टच दे सकते हैं.
बहुत ज्यादा किताबें न पढ़े
बहुत ज्यादा किताबें आपको भटकाती हैं. बाजार में नीट की तैयारी से जुड़ी किताबों की भरमार हैं. नीट एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को महत्व देता है, इसलिए एनसीईआरटी की किताब ही पढ़ें. अपने प्रोफेसर्स या नीट टॉपर्स द्वारा सुझाई गई रेफरेंस बुक की मदद ले सकते हैं.
ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट दें
एग्जाम से कुछ दिन पहले तैयारी के लिए सबसे अच्छा तरीका होता है कि ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट में शामिल हों और बीते सालों के पेपर्स को सॉल्व करें. इससे आपकी टाइमिंग, स्पीड और एक्यूरेसी सुधरेगी. प्रॉब्लम सॉल्विंग टेक्नीक बेहतर होगी. अपनी कमजोरी और ताकत का पता चलेगा. एग्जाम के माहौल में बैठने की आदत हो जाएगी.
स्पीड बढ़े, गलतियां घटे
नीट में प्रत्येक गलत जवाब के लिए 1 नंबर काटा जाता है. इसलिए मॉक टेस्ट में स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ गलतियों को कम करने की भी कोशिश करें.
किस एक प्रश्न में न उलझें रहें
नीट के एग्जाम में आपको फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी के पेपर के कुल 180 ऑब्जेक्टिव सवालों के जवाब देने होंगें. अगर आप किसी सवाल को सॉल्व नहीं कर पा रहे हैं और उसमें एक या दो मिनट से ज्यादा का समय लग रहा हो तो उसे छोड़कर आगे बढ़ जाएं. क्योंकि आपको निर्धारित समय में पूरा पेपर सॉल्व करना है.
गेस आंसर करने से बचें
अगर आपको किसी सवाल के जवाब के दो ऑप्शन में कंफ्यूजन हो तो उसका जवाब देने से बचें. चूंकि परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग है, इसलिए बेहतर होगा कि आप रिस्क न लें. इसलिए अगर आपको किसी सवाल के जवाब को लेकर पूरा यकीन न हो तो उसे छोड़ दें.
प्रश्न हल करने की स्मार्ट और शॉर्टकट ट्रिक दिलाएगी सफलता
NEET 2017 की तैयारी को दें फाइनल टच
नीट परीक्षा में सवालों को हल करने के लिए समय काफी कम होता है, इसलिए कम समय में ज्यादा सवाल हल करने के लिए शॉर्टकट तरीकों को अपनाएं. मॉक टेस्ट देते समय शॉर्टकर्ट तरीकों की भी प्रैक्टिस ज्यादा से ज्यादा करें. इससे आप निर्धारित समय में सभी सवालों को सॉल्व कर पाएंगे.
अपनी तैयारी के स्तर को आंकें
अपनी कमजोरियों और ताकत को पहचानें. कमजोरियों को दूर करते रहे हैं और ताकत को और चमकाएं.
पिछले सालों के पेपर सॉल्व करें और कॉन्सेप्ट क्लीयर रखें
जब पिछले सालों के पेपर सॉल्व कर रहे हों तो उन कॉमन प्रश्नों को नोट कर लें जो विभिन्न मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं. इससे आपको एग्जाम पैटर्न का अनुमान लग जाएगा. आप वो टॉपिक भी जानेंगे जिन पर आपको ज्यादा वक्त देने की जरूरत है.
कॉन्सेप्ट्स पर फोकस करें और उन्हें क्लियर रखें. अगर आपके कॉस्पेप्ट क्लियर होंगे तो आप आसानी से घुमाकर पूछे गए सवालों का भी उत्तर दे दे पाएंगे. बिना कॉन्सेप्ट क्लियर किए ज्यादा से ज्यादा सवालों को पढ़ने और रटने से कोई फायदा नहीं होगा.
हर टॉपिक के नोट्स बनाएं
नोट्स बनाने से अंतिम तीन से चार दिनों में आपके लिए रिवीजन करना काफी आसान हो जाएगा. मुश्किल फॉर्मूलों को नोट कर लें.
पॉजिटिव एटीट्यूड रखें
खुद पर एग्जाम का तनाव हावी न होने दें. पॉजीटिव रहकर एग्जाम देने जाएं. सफलता के लिए पॉजिटिव रहना बेहद जरूरी है. माइंड को रिलेक्स रखें.
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