अक्सर कहा जाता है कि हिम्मत और मेहनत के साथ कोई भी काम किया जाए, तो सफलता जरूर मिलती है. इसकी जीती-जागती मिसाल है, मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की रहने वाली मधु आर्य (Madhu Arya). दरअसल, मध्य प्रदेश बोर्ड ने 27 जुलाई को 12वीं क्लास के नतीजे घोषित किए. इस बार 12वीं क्लास में लड़कियों का दबदबा दिखा, लेकिन इनमें श्योपुर जिले की मधु आर्य (MP Board Topper Madhu Arya) ने मिसाल कायम की है. मधु आर्य के पिता श्योपुर जिले के फुटपाथ पर चप्पल-जूते की दुकान लगाते हैं. लेकिन तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए मधु ने 12वीं क्लास में 97 फीसदी अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल करके अपने परिवार के साथ अपने जिले का नाम भी रोशन किया है. मधु को 12वीं साइंस स्ट्रीम में 500 में से 485 नंबर मिले हैं.
अपनी इस सफलता पर मधु ने कहा- "मैंने बहुत मेहनत की है. मैं हर सुबह 4 बजे उठती थी और दिन में 8 से 10 घंटे पढ़ाई करती थी. मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं. मैं NEET की तैयारी कर रही हूं. मेरे माता-पिता और पूरा परिवार बहुत खुश है. मैं सरकार से गुजारिश करना चाहती हूं कि मेरी आगे की पढ़ाई में मदद करें, क्योंकि मेरे पिता इसे अफोर्ड नहीं कर सकते हैं." मधु की मां ने कहा, "हमनें उनकी पढ़ाई बहुत कठिनाइयों के साथ करवाई है, लेकिन हम बहुत खुश हैं."
I've worked hard. I used to wake up at 4 am and studied for 8-10 hours every day. I want to be a doctor. I am preparing for NEET. My parents & the entire family is very happy. I appeal to the govt to support me in my higher education because my father can't afford it: Madhu Arya https://t.co/oTwvDugGR3 pic.twitter.com/1MT8GhDtaP
— ANI (@ANI) July 28, 2020
मधु के पिता की बात करें तो वह अपनी बेटी की सफलता पर बहुत खुश हैं, लेकिन उनका कहना है कि उनकी बेटी की आगे की शिक्षा सरकार से मिली सहायता पर निर्भर करेगी, क्योंकि उनके घऱ में आठ लोग हैं, जिनकी उन्हें देखभाल करनी होती है. मधु के पिता ने कहा- "मैं अपनी बेटी को उसके सपनों को पूरा करने में मदद करना चाहता हूं, लेकिन मुझे डर है कि मेरी गरीबी उसके सपनों में बाधा बन सकती है."
Madhya Pradesh: Madhu Arya, daughter of a roadside shoe-seller in Sheopur, has secured 97% & 3rd place in the stream's merit list in Higher Secondary School Certificate Exam. Her mother says, "We provided her education with great difficulty but she worked hard. We're very happy." pic.twitter.com/6Djfb4AMk4
— ANI (@ANI) July 28, 2020
वहीं, दूसरी ओर मधु का कहना है, "अगर सरकार मदद करती है, तो मैं डॉक्टर बनने के अपने सपने को पूरा कर सकती हूं. मैं अपने माता-पिता को गर्व कराना चाहती हूं. मैं मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रही हूं."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं