कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के कहर के चलते देशभर के सभी स्कूल और कॉलेज मार्च के महीने से बंद है. सभी तरह के एग्जाम भी स्थगित कर दिए गए हैं. परीक्षाएं आयोजित कराने के बारे में अब महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि राज्य में अंडरग्रेजुएट कोर्सेस के लिए परीक्षाएं 31 मई से पहले होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि लगभग 30 से 35 लाख स्टूडेंट्स की परीक्षा में बैठने की उम्मीद थी. लेकिन कोरोनावायरस फैलने के कारण देश भर के शैक्षणिक संस्थान मार्च से बंद हैं.
मंत्री ने कहा कि हम इस बात का पूरा ध्यान रखने की कोशिश कर रहे हैं कि स्टूडेंट्स को किसी तरह की कोई समस्या नहीं हो. एक मराठी न्यूज चैनल से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि COVID-19 लॉकडाउन के चलते परीक्षाओं का शेड्यूल बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, जो 24 मार्च को स्थगित कर दिए गए थे. ऐसे में अभी परीक्षा का आयोजन 31 मई से पहले होना संभव नहीं है.
समाचार एजेंसी ने मंत्री के हवाले से कहा, "उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्रालय अंडरग्रेजुएट (UG) और पोस्टग्रेजुएट (PG) कोर्सेस के लिए एग्जाम 31 मई से आयोजित कराने की स्थिति में नहीं है."
मंत्री ने आगे कहा, "आमतौर पर घोषणा करने से कॉपियां जांचने तक एग्जामिनेशन की प्रक्रिया में पूरा 90 दिनों का समय लगता है. इसलिए हमें ये समझना होगा कि इस प्रक्रिया को पूरा करने में हमें अगले 2 से 3 महीने लगेंगे."
वहीं, बीते दिन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के मद्देनजर विश्विविद्यालयों की परीक्षाओं और अकादमिक कैलेंडर को लेकर गाइडलाइन जारी की है. सरकार द्वारा इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था जो कि मामले में सुझाव दे सके. यूजीसी ने अब इस समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है. अकादमिक कैलेंडर की बात की जाए तो यूजीसी के मुताबित अकादमिक सत्र 2020-21 की शुरुआत पुराने छात्रों के लिए 01 अगस्त से तो वहीं नए छात्रों के लिए 01 सितंबर से की जा सकती है.
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