Coronavirus Lockdown: देश इस समय कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी से जूझ रहा है. कोरोनावायरस के प्रकोप को कम करने के लिए देशभर में लॉकडाउन है. लॉकडाउन की वजह से स्टूडेंट्स की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है. बच्चों की पढ़ाई को लेकर उनके पेरेंट्स काफी चिंतित थे, लेकिन अब कंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने लॉकडाउन के दौरान बच्चों को पढ़ाने के लिए एक शानदार पहल की है. कंद्रीय विद्यालय संगठन स्टूडेंट्स को ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पढ़ा रहे हैं. दिल्ली के केवीएस ने फेसबुक (Facebook) और यूट्यूब (Youtube) पर आईडी बनाई है, जिसके माध्यम से छठी क्लास से 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स को ऑनलाइन सभी सब्जेक्ट्स पढ़ाए जा रहे हैं.
बता दें छठी से 8वीं क्लास की ऑनलाइन क्लासेस आज से शुरू हो गईं हैं, जबकि दिल्ली के केवीएस पहले ही 9वीं से 12वीं क्लास की ऑनलाइन क्लासेस फेसबुक और यूट्यूब के जरिए शुरू कर चुके हैं. ऑनलाइन क्लासेस चलाने को लेकर सिर्फ दो दिन के अंदर स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से करीब 90,000 व्यूज और 40,000 कमेंट्स प्राप्त हुए हैं. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में बताया कि दिल्ली क्षेत्र के YouTube चैनल पर करीब 13,343 सब्सक्राइबर्स हैं.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को सलाह दी कि वे लॉकडाउन की अवधि के दौरान बच्चों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए पढ़ाएं और उनके समय का सही सदुपयोग कराने और एकेडमिक कैलेंडर के साथ संयम रखने के उद्देश्य से डिजिटल प्लेटफार्मों का अधिकतम उपयोग करें.
केंद्रीय विद्यालयों से सभी स्ट्रीम और क्लासेस से टीचर्स की एक टीम को इन लाइव इंटरेक्टिव क्लासेस के लिए चुना गया है. सभी सब्जेक्ट्स के लिए टाइम टेबल भी बना लिया गया है और उसे स्टूडेंट्स के साथ स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप और यूट्यूब के जरिए शेयर कर दिया गया है. लाइव क्लासेस के बारे में दिल्ली के केवीएस की प्रिंसिपल्स को कंस्ट्रक्शन दे दिए गए हैं, जिसे वे टीचर्स और स्टूडेंट्स के साथ शेयर करेंगे.
टीचर्स स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर की मदद ले रहे हैं. जैसे- पावर प्वाइंट विंडो, मूवी मेकर और स्क्रीन रिकॉर्डर की मदद से शैक्षिक वीडियो बनाकर स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे हैं. इन पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन को ऑडियो नरेशन के साथ वीडियो की फॉर्म में बनाया जा रहा है, जिन्हें यूट्यूब चैनल पर स्टूडेंट्स के लिए अपलोड किया जाता है.
टीचर्स Google Form, Kahoot.com (For MCQ), Hot potatoes और Quizzes.com जैसे विभिन्न ऐप / सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करके स्टूडेंट्स को होमवर्क और असाइनमेंट के लिए प्रश्न भी दे रहे हैं. अच्छी बात ये है कि स्टूडेंट्स इस प्रकार के असाइनमेंट को पसंद कर रहे हैं क्योंकि ये रेगुलर होमवर्क से अलग हैं और कम समय ले रहे हैं.
प्राइमरी सेक्शन के छोटे बच्चों के लिए शिक्षकों ने वीडियो रिकॉर्ड किए हैं, जो बाद में व्हाट्सएप के माध्यम से साझा किए जाएंगे और स्टूडेंट्स और उनके माता-पिता की सुविधा के लिए YouTube पर भी अपलोड किए जाएंगे.
पेरेंट्स के सभी सवालों के जवाब टीचर्स कमेंट सेक्शन में या फिर व्हाट्सएप चैट्स के जरिए दे रहे हैं. बता दें कि सभी स्टूडेंट्स को हर सब्जेक्ट के लिए अलग नोटबुक रखने के लिए कहा गया है. स्टूडेंट्स को दिए गए असाइनमेंट्स उनके सब्जेक्ट टीचर्स ही चेक करेंगे. हर सब्जेक्ट के टीचर को रोजाना कम से कम 5 स्टूडेंट्स के काम को देखना होता है.
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