नयी दिल्ली:
एडमिशन पॉलिसी में किए गए बदलावों को लेकर जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के प्रदर्शनकारी छात्रों का प्रशासनिक ब्लॉक पर प्रदर्शन जारी है. उनकी मांग है कि दाखिला नीति में संशोधनों के मुद्दे पर उन्हें कुलपति से एक बार मिलने दिया जाए. इस बीच, जेएनयू प्रशासन ने प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रदर्शन के तरीके को ‘‘अवैध’’ करार दिया है.
दाखिला नीति में संशोधनों के खिलाफ प्रदर्शन
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के कुछ दिशानिर्देशों के बाद यूनिवर्सिटी की दाखिला नीति में हाल में किए गए संशोधनों के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक अधिकारियों को कार्यालय में घुसने नहीं दिया जाएगा.
जेएनयू छात्र संघ ने कहा कि छात्र शुक्रवार से ही प्रशासनिक ब्लॉक पर जमे हुए हैं और कुलपति से मुलाकात के बाद ही वहां से हटेंगे.
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘जेएनयू के शीर्ष अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों से कई बार मिलकर उनसे अनुरोध किया है कि वे प्रशासनिक भवन के अवैध कब्जे को खत्म करें, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.’’ छात्र कल्याण के डीन राणा पी सिंह और रेक्टर चिंतामणि महापात्र ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि वे प्रदर्शन खत्म करें. उन्होंने छात्रों को भरोसा दिलाया है कि कुलपति उनसे सोमवार को मिलेंगे.
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने शिकायत की कि प्रदर्शन के कारण अनुबंध पर काम करने वाले कर्मियों को वेतन देने का काम भी ठप हो गया.
जेएनयू छात्र संघ ने साफ कर दिया कि अपनी मांगें पूरी होने तक छात्र वहां से नहीं हटेंगे. (एजेंसी से इनपुट)
दाखिला नीति में संशोधनों के खिलाफ प्रदर्शन
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के कुछ दिशानिर्देशों के बाद यूनिवर्सिटी की दाखिला नीति में हाल में किए गए संशोधनों के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक अधिकारियों को कार्यालय में घुसने नहीं दिया जाएगा.
जेएनयू छात्र संघ ने कहा कि छात्र शुक्रवार से ही प्रशासनिक ब्लॉक पर जमे हुए हैं और कुलपति से मुलाकात के बाद ही वहां से हटेंगे.
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘जेएनयू के शीर्ष अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों से कई बार मिलकर उनसे अनुरोध किया है कि वे प्रशासनिक भवन के अवैध कब्जे को खत्म करें, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.’’ छात्र कल्याण के डीन राणा पी सिंह और रेक्टर चिंतामणि महापात्र ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि वे प्रदर्शन खत्म करें. उन्होंने छात्रों को भरोसा दिलाया है कि कुलपति उनसे सोमवार को मिलेंगे.
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने शिकायत की कि प्रदर्शन के कारण अनुबंध पर काम करने वाले कर्मियों को वेतन देने का काम भी ठप हो गया.
जेएनयू छात्र संघ ने साफ कर दिया कि अपनी मांगें पूरी होने तक छात्र वहां से नहीं हटेंगे. (एजेंसी से इनपुट)
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