दुर्गा ठकराल
न्यूयॉर्क:
येल यूनिवर्सिटी की एक भारतीय अमेरिकी छात्रा उन 30 छात्रों में शामिल है जिन्हें अपने जीवन में ‘‘क्रिएटिविटी’’ एवं ‘‘ऑरिजनैलिटी’’ दिखाने वाले ग्रेजुएट छात्रों की मदद के मकसद से दी जानी वाली एक प्रतिष्ठित फेलोशिप के लिए चुना गया है।
विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि दुर्गा ठकराल 2016 पॉल एवं डैजी सोरोस फेलोशिप्स फॉर न्यू अमेरिकन्स के विजेताओं में शामिल हैं और वह इस फेलोशिप का उपयोग येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में आनुवांशिक विज्ञान में एमडी:पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने की दिशा में अपने काम के लिए करेगी।
दुर्गा ने कहा कि उन्होंने उन समुदायों के साथ काम किया गया है जिनके पास स्वास्थ्यसेवा के न्यूनतम संसाधन हैं। इस दौरान उन्हें ‘‘चिकित्सकीय देखभाल के लिए बेहतर पहुंच एवं सस्ते जैव चिकित्सा उपकरणों की सख्त आवश्यकता’’ का एहसास हुआ।
येल के आनुवांशिकीविद रिचर्ड लिफ्टन की प्रयोगशाल में एमडी:पीएचडी की छात्रा दुर्गा ने कहा कि वह मानव परिस्थितियों को सुधारने एवं अन्यों को उनके सपनों को साकार करने में सक्षम बनाने के काम में आणविक चिकित्सा की बढ़ती ताकत का लाभ लेंगी।
1400 से अधिक आवेदकों में से फेलोशिप के लिए चुने गए इन छात्रों को किसी भी क्षेत्र में स्नातक की शिक्षा या अमेरिका में किसी भी और उच्च शिक्षा डिग्री को प्राप्त करने के लिए 90,000 डॉलर तक की ट्यूशन और छात्रवृत्ति सहायता मिलेगी।
इलिनोइस में जन्मी दुर्गा भारतीय प्रवासियों की बेटी हैं। दुर्गा ने आणविक जैव भौतिकी एवं जैव रसायन में येल से ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट की संयुक्त डिग्री प्राप्त की है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि दुर्गा ठकराल 2016 पॉल एवं डैजी सोरोस फेलोशिप्स फॉर न्यू अमेरिकन्स के विजेताओं में शामिल हैं और वह इस फेलोशिप का उपयोग येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में आनुवांशिक विज्ञान में एमडी:पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने की दिशा में अपने काम के लिए करेगी।
दुर्गा ने कहा कि उन्होंने उन समुदायों के साथ काम किया गया है जिनके पास स्वास्थ्यसेवा के न्यूनतम संसाधन हैं। इस दौरान उन्हें ‘‘चिकित्सकीय देखभाल के लिए बेहतर पहुंच एवं सस्ते जैव चिकित्सा उपकरणों की सख्त आवश्यकता’’ का एहसास हुआ।
येल के आनुवांशिकीविद रिचर्ड लिफ्टन की प्रयोगशाल में एमडी:पीएचडी की छात्रा दुर्गा ने कहा कि वह मानव परिस्थितियों को सुधारने एवं अन्यों को उनके सपनों को साकार करने में सक्षम बनाने के काम में आणविक चिकित्सा की बढ़ती ताकत का लाभ लेंगी।
1400 से अधिक आवेदकों में से फेलोशिप के लिए चुने गए इन छात्रों को किसी भी क्षेत्र में स्नातक की शिक्षा या अमेरिका में किसी भी और उच्च शिक्षा डिग्री को प्राप्त करने के लिए 90,000 डॉलर तक की ट्यूशन और छात्रवृत्ति सहायता मिलेगी।
इलिनोइस में जन्मी दुर्गा भारतीय प्रवासियों की बेटी हैं। दुर्गा ने आणविक जैव भौतिकी एवं जैव रसायन में येल से ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट की संयुक्त डिग्री प्राप्त की है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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