फिल्म एंड टेलीविजन इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के छात्र संघ के सदस्यों ने नवगठित अकादमिक परिषद को लेकर नाखुशी जाहिर की है जिसने प्रमुख अकादमिक बदलावों को मंजूरी दी है। इन बदलावों में विकल्प आधारित प्रणाली, ऐच्छिक व्यवस्था, नए पाठ्यक्रम और नया दृष्टिकोण बयान शामिल है।
छात्रों ने पिछले साल जून में टीवी अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेन्द्र चौहान को संस्थान का नया अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के विरोध में लंबा आंदोलन चलाया था। इसके बाद छात्रों ने प्रमुख अकादमिक बदलावों को लेकर नाखुशी जाहिर की है। गजेन्द्र सिंह को हटाने की मांग करते हुए छात्रों ने लंबे समय तक कक्षाओं का बहिष्कार किया था और उनकी नियुक्ति के विरोध में हड़ताल पर चले गए थे।
एफटीआईआई छात्र संघ के अध्यक्ष नचिमुथु हरिशंकर ने आज यहां संवाददाताओं को बताया 'हम हर बात से असहमत नहीं हैं लेकिन हमारी प्रमुख चिंता विकल्प आधारित प्रणाली एवं ऐच्छिक व्यवस्था है जिसे अगले साल नए पाठ्यक्रम में लागू किया जाएगा।' नचिमुथु सहित दो छात्रों ने बुधवार को हुई अकादमिक परिषद की बैठक में हिस्सा लिया था।
उन्होंने कहा, 'हमें लगता है कि बदलाव लाने की यह पूरी प्रक्रिया शिक्षा प्रणाली का परिमाण निर्धारित करने के लिए है और इससे छात्रों के लिए सीखने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी।' नचिमुथु ने कहा कि अकादमिक परिषद जो बदलाव लाना चाह रही है उनका संस्कृति और संस्थान की परंपरा से कोई लेनादेना नहीं होगा बल्कि इससे संस्थान का रचनात्मक माहौल नष्ट होगा।
परिषद की बैठक में इसके अध्यक्ष बी पी सिंह, तथा सदस्य शामिल हुए जिनमें मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति राजन वेलुकर, बेंगलूर आईआईएम के पूर्व निदेशक पंकज चंद्रा, अभिनेता आनंद महेन्द्रू और एफटीआईआई के छात्र रहे अभिनेता सतीश शाह शामिल थे।
छात्रों ने पिछले साल जून में टीवी अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेन्द्र चौहान को संस्थान का नया अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के विरोध में लंबा आंदोलन चलाया था। इसके बाद छात्रों ने प्रमुख अकादमिक बदलावों को लेकर नाखुशी जाहिर की है। गजेन्द्र सिंह को हटाने की मांग करते हुए छात्रों ने लंबे समय तक कक्षाओं का बहिष्कार किया था और उनकी नियुक्ति के विरोध में हड़ताल पर चले गए थे।
एफटीआईआई छात्र संघ के अध्यक्ष नचिमुथु हरिशंकर ने आज यहां संवाददाताओं को बताया 'हम हर बात से असहमत नहीं हैं लेकिन हमारी प्रमुख चिंता विकल्प आधारित प्रणाली एवं ऐच्छिक व्यवस्था है जिसे अगले साल नए पाठ्यक्रम में लागू किया जाएगा।' नचिमुथु सहित दो छात्रों ने बुधवार को हुई अकादमिक परिषद की बैठक में हिस्सा लिया था।
उन्होंने कहा, 'हमें लगता है कि बदलाव लाने की यह पूरी प्रक्रिया शिक्षा प्रणाली का परिमाण निर्धारित करने के लिए है और इससे छात्रों के लिए सीखने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी।' नचिमुथु ने कहा कि अकादमिक परिषद जो बदलाव लाना चाह रही है उनका संस्कृति और संस्थान की परंपरा से कोई लेनादेना नहीं होगा बल्कि इससे संस्थान का रचनात्मक माहौल नष्ट होगा।
परिषद की बैठक में इसके अध्यक्ष बी पी सिंह, तथा सदस्य शामिल हुए जिनमें मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति राजन वेलुकर, बेंगलूर आईआईएम के पूर्व निदेशक पंकज चंद्रा, अभिनेता आनंद महेन्द्रू और एफटीआईआई के छात्र रहे अभिनेता सतीश शाह शामिल थे।
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