DU online Admission: दिल्ली विश्वविद्यालय पहले कट ऑफ के आधार पर दाखिले की प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है और यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी. पिछले साल की तरह विश्वविद्यालय ने छात्रों से कैंपस में नहीं आने के लिए कहा है. विश्वद्यालय ने 1 अक्टूबर को पहले कट ऑफ की घोषणा की थी. अब दाखिला प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है जो 6 अक्टूबर तक चलेगी. विश्वविद्यालय की दाखिला कमेटी के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव गुप्ता ने छात्रों को दाखिला प्रक्रिया शुरू होने के पहले घंटे और प्रक्रिया समाप्त होने के अंतिम घंटों में आवेदन नहीं करने का सुझाव दिया है, क्योंकि इन्हीं घंटों में पोर्टल पर सबसे अधिक प्रवाह होता है.
उन्होंने कहा कि हम स्टूडेंट्स को आवेदन करने तथा शुल्क भुगतान करने के लिए पर्याप्त समय दे रहे हैं इसलिये उन्हें सावधान रहना चाहिए और जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. छात्रों को दाखिला रद्द करने से पहले स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए. सीटें सीमित हैं और कट ऑफ बहुत अधिक है, इसलिये, अगर किसी कॉलेज में उन्हें दाखिला मिल जाता है तो उन्हें इसे रद्द नहीं करना चाहिए. लगभग 70,000 सीटों पर दाखिले के लिये आठ कॉलेजों के 10 पाठ्यक्रमों के लिए कट आफ शत प्रतिशत है. डीयू ने सोमवार को नामांकन के दृष्टिगत आवेदन देने वालों के लिये दिशा निर्देश जारी किये हैं.
डीयू में ए़डमिशन के लिए ये डॉक्यूमेंट्स जरूरी
10 वीं बोर्ड परीक्षा प्रमाण पत्र, मार्कशीट
12 वीं मार्कशीट, प्रोविशनल और ऑरिजनल सर्टिफिकेट
कंडक्ट सर्टिफिकेट
कैटेगरी सर्टिफिकेट ( यदि लागू हो)
ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर) प्रमाणपत्र, यदि लागू हो)
ट्रांसफर सर्टिफिकेट
माइग्रेशन सर्टिफिकेट
दो पासपोर्ट साइज, सेल्फ अटेस्टेड फोटो
इसे लेकर प्राचार्यों ने कहा कि विश्वविद्यालय ने प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है और खामियों को दूर किया है. पिछले साल नामांकन प्रक्रिया ऑनलाइन हुई थी. प्रवेश प्रक्रिया कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन कर दी गई. कमला नेहरू कॉलेज की प्राचार्य डॉ. कल्पना भाकुनी ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय ने इस साल प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है. पिछले साल, चूंकि यह पहली बार था, इसलिए हम सभी सीखने की प्रक्रिया में थे. दस्तावेजों को सत्यापित करने की प्रक्रिया संभव नहीं थी, क्योंकि उन्हें ऑनलाइन जमा किया जा रहा था.'' उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय ने सभी परीक्षा बोर्डों को 'डिजिलॉकर' (एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म) के माध्यम से छात्रों का अंकपत्र उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है और ‘‘हमारे पास वह डेटाबेस उपलब्ध होगा, इसलिए कम से कम अंकपत्र का सत्यापन कोई मुद्दा नहीं होगा.''
भाकुनी ने कहा कि उनके कॉलेज में लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में बीए (ऑनर्स) पत्रकारिता, बीए (ऑनर्स) इतिहास, बीए (ऑनर्स) राजनीति विज्ञान और बीए (ऑनर्स) भूगोल शामिल हैं. पिछले साल तक, 'डिजिलॉकर' के माध्यम से केवल सीबीएसई और आईएससी का अंकपत्र उपलब्ध था, लेकिन इस साल, सभी परीक्षा बोर्डों के अंकपत्र इस प्रणाली के माध्यम से उपलब्ध हैं। आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज के प्राचार्य ज्ञानतोष कुमार झा ने कहा कि उन्होंने प्रवेश के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक आवेदन कॉलेज में तीन चरणों से होकर गुजरता है - विभाग स्तर, केंद्रीय प्रवेश समिति और फिर प्रवेश संयोजक द्वारा इसकी जांच की जाती है. उन्होंने कहा कि इसके बाद, यह प्रिंसिपल के पोर्टल पर आता है, जो फिर इसे मंजूरी देता है। उन्होंने कहा कि उनके कॉलेज में लोकप्रिय पाठ्यक्रम बीए (ऑनर्स) अर्थशास्त्र, बीकॉम (ऑनर्स) और बीकॉम प्रोग्राम, बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस, बीएससी (ऑनर्स) भौतिकी हैं. झा ने कहा कि पिछले साल की प्रवेश प्रक्रिया से इस साल जो दूसरी बात अलग है, वह यह है कि पोर्टल सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच खुलेगा, जबकि अंतिम दिन यह रात 11.59 बजे तक खुला रहेगा. श्री वेंकटेश्वर कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर सी. शीला रेड्डी ने कहा कि उनके पास एक सुव्यवस्थित प्रवेश समिति है, साथ ही प्रवेश शिकायतों को दूर करने, विभिन्न विशेष श्रेणियों से संबंधित दस्तावेजों के सत्यापन के लिए अलग-अलग समितियां हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल प्रवेश प्रक्रिया आसान होगी क्योंकि संकाय सदस्यों ने पिछले साल की प्रक्रिया से अनुभव प्राप्त किया है. रेड्डी ने कहा कि पिछले साल, कॉलेज में बीए (ऑनर्स) राजनीति विज्ञान सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में शामिल था। उन्होंने कहा कि कॉलेज में अन्य लोकप्रिय पाठ्यक्रम बीए (ऑनर्स) अर्थशास्त्र और बीकॉम (ऑनर्स) हैं
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं