दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस नए साल से साइबर सिक्यॉरिटी का नया कोर्स शुरू होने जा रहा है. फरवरी 2018 से डीयू इन नए कोर्स को शुरू कर रहा है. यह कोर्स इंस्टिट्यूट ऑफ साइबर सिक्यॉरिटी एंड लॉ के तहत शुरू होगा. जानकारी के मुताबिक इसके लिए एडमिशन प्रोसेस फरवरी से शुरू हो जाएगा. इंस्टिट्यूट की ओएसडी डॉ. सुनैना कनौजिया के ने बताया कि 'देशभर की सेंट्रल और स्टेट यूनिवर्सिटीज में यह पहला एक्सपर्टीज प्रोग्राम होगा. जिसमें स्टूडेंट्स को हैकिंग और साइबर सिक्यॉरिटी को लेकर इंटरनैशनल लेवल की ट्रेनिंग दी जाएगी.
मिलेगी एक्सपर्ट्स की सलाह
बताया जा रहा है कि इस कोर्स में कई आईटी कंपनियों के एक्सपर्ट, अधिकारी और सीईओ स्टूडेंट्स को कई तरह की जानकारियां देंगे. इसके अलावा क्लास लेने के लिए भी इसी तरह के एक्सपर्ट्स को बुलाया जाएगा. फरवरी में एडमिशन प्रोसेस होने के बाद उम्मीद है कि इस कोर्स के लिए मार्च से क्लास भी लगना शुरू हो जाएंगी.
दो सेमेस्टर में होगी परीक्षा
साइबर लॉ के लिए सेलेबस पहले ही तैयार हो चुका है. एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा. साइबर सिक्यॉरिटी एंड लॉ कोर्स की परीक्षाएं दो सेमेस्टर में आयोजित होंगी और हर सेमेस्टर में 6 पेपर देने होंगे.
युवा दिखा रहे हैं दिलचस्पी
यह अपनी तरह का एक काफी अलग और खास कोर्स है. इसमें रुचि रखने वाले युवाओं की तादात काफी ज्यादा है. आज जहां सब कुछ डिजिटल होने जा रहा है. सभी लोग ऑनलाइन भुगतान और ऑनलाइन शॉपिंग करने लगे हैं. ऐसे में साइबर क्राइम भी लगातार अपने पांव पसार रहा है. इसीलिए इससे निपटने के लिए इस तरह के कोर्सेस की शुरूआत हुई है.
नौकरियों की भी कमी नहीं
साइबर सिक्यॉरिटी एंड लॉ कोर्स करने वाले युवाओं के लिए नौकरियों की कोई भी कमी नहीं है. आज हर बड़े ऑफिस या कंपनी में ऐसे युवाओं की काफी डिमांड है. कंपनी के सीक्रेट डॉक्युमेंट्स से लेकर अकाउंट्स तक की गुप्त जानकारियां हैक होने का डर होता है. जिससे निपटने के लिए एक साइबर एक्सपर्ट की जरूरत पड़ती है. 2016 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक देश में 10 लाख से ज्यादा साइबर सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट्स की जरूररत होगी. इसीलिए इस तरह का कोर्स करना किसी के लिए भी फायदे का ही सौदा होगा.
मिलेगी एक्सपर्ट्स की सलाह
बताया जा रहा है कि इस कोर्स में कई आईटी कंपनियों के एक्सपर्ट, अधिकारी और सीईओ स्टूडेंट्स को कई तरह की जानकारियां देंगे. इसके अलावा क्लास लेने के लिए भी इसी तरह के एक्सपर्ट्स को बुलाया जाएगा. फरवरी में एडमिशन प्रोसेस होने के बाद उम्मीद है कि इस कोर्स के लिए मार्च से क्लास भी लगना शुरू हो जाएंगी.
दो सेमेस्टर में होगी परीक्षा
साइबर लॉ के लिए सेलेबस पहले ही तैयार हो चुका है. एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा. साइबर सिक्यॉरिटी एंड लॉ कोर्स की परीक्षाएं दो सेमेस्टर में आयोजित होंगी और हर सेमेस्टर में 6 पेपर देने होंगे.
युवा दिखा रहे हैं दिलचस्पी
यह अपनी तरह का एक काफी अलग और खास कोर्स है. इसमें रुचि रखने वाले युवाओं की तादात काफी ज्यादा है. आज जहां सब कुछ डिजिटल होने जा रहा है. सभी लोग ऑनलाइन भुगतान और ऑनलाइन शॉपिंग करने लगे हैं. ऐसे में साइबर क्राइम भी लगातार अपने पांव पसार रहा है. इसीलिए इससे निपटने के लिए इस तरह के कोर्सेस की शुरूआत हुई है.
नौकरियों की भी कमी नहीं
साइबर सिक्यॉरिटी एंड लॉ कोर्स करने वाले युवाओं के लिए नौकरियों की कोई भी कमी नहीं है. आज हर बड़े ऑफिस या कंपनी में ऐसे युवाओं की काफी डिमांड है. कंपनी के सीक्रेट डॉक्युमेंट्स से लेकर अकाउंट्स तक की गुप्त जानकारियां हैक होने का डर होता है. जिससे निपटने के लिए एक साइबर एक्सपर्ट की जरूरत पड़ती है. 2016 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक देश में 10 लाख से ज्यादा साइबर सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट्स की जरूररत होगी. इसीलिए इस तरह का कोर्स करना किसी के लिए भी फायदे का ही सौदा होगा.
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