CBSE 12th Board Exams 2021: कोरोना महामारी के चलते एक ओर जहां सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की जा रही है, तो वहीं इसी बीच CBSE की 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. यह चाचिका केरल के शिक्षक टोनी जोसफ ने दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि परीक्षा रद्द करना छात्रों के लिए अनुचित होगा.
बता दें कि यह याचिका सुप्रीम कोर्ट में परीक्षा रद्द करने और मूल्यांकन के आधार पर परिणाम घोषित करने की मांग के लिए दायर एक अन्य याचिका के विरोध में दाखिल की गई है. याचिकाकर्ता ने कहा है कि 12वीं की परीक्षा एक छात्र के जीवन का अभिन्न अंग है और उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला, परीक्षा के परिणामों पर निर्भर करता है.
शिक्षाविदों और संस्थानों के प्रमुखों का एक बड़ा वर्ग परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में है. शैक्षिक विशेषज्ञों का भी मानना है कि परीक्षा को रद्द नहीं किया जाना चाहिए और डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके आयोजित करना चाहिए.
याचिका में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम घोषित करना अनुचित होगा, क्योंकि शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में किसी भी शिक्षक ने छात्रों को शारीरिक रूप से नहीं देखा है.
इस याचिका में यह भी कहा गया है कि 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग वाली जनहित याचिका को खारिज कर देना चाहिए.
दरअसल वकील ममता शर्मा ने CBSE और ICSE कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. हालांकि, इस याचिका पर अभी सुनवाई नहीं हुई है.
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