विज्ञापन
This Article is From Jan 23, 2024

कनाडा इंटरनेशनल स्टूडेंट परमिट पर एक तिहाई कटौती, भारतीय छात्रों पर पड़ेगा असर

कनाडा के एमिग्रेशन मिनिस्टर ने कहा, "कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्वागत करना अनुचित होगा, यह जानते हुए कि उनमें से सभी को सफल होने के लिए आवश्यक संसाधन नहीं मिल रहे हैं और वे कनाडा की शिक्षा प्रणाली से निराश होकर घर लौट रहे हैं.''

कनाडा इंटरनेशनल स्टूडेंट परमिट पर एक तिहाई कटौती, भारतीय छात्रों पर पड़ेगा असर
कनाडा इंटरनेशनल स्टूडेंट परमिट को एक तिहाई करेगा
नई दिल्ली:

Canada International Student Permit Latest: कनाडा में पढ़ाई का सपना देख रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर. कनाडा के एमिग्रेशन मिनिस्टर ने सोमवार को घोषणा की कि कनाडा इस साल 2023 की तुलना में नए अंतरराष्ट्रीय छात्र परमिट को अस्थायी रूप से एक तिहाई सीमित करेगा. इसका उद्देश्य आंशिक रूप से आवास और सामाजिक सेवाओं की बढ़ती मांग को कम करना है, क्योंकि कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या एक दशक पहले की तुलना में तीन गुना हो जाएगी. इस सीमा के तहत लगभग 364,000 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को इस वर्ष स्टडी परमिट मिलने की उम्मीद है यानी 2023 से अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के स्टडी परमिट में 35 प्रतिशत की शुद्ध कमी. साल के अंत में  2025 की सीमा का आकलन किया जाएगा.

राजनयिक विवादों के चलते भारतीय स्टूडेंट छोड़ रहे कनाडा, 86% की गिरावट दर्ज

एमिग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर ने मॉन्ट्रियल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, इस सीमा का उद्देश्य "कार्यक्रम की अखंडता में सुधार करना, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को सफलता के लिए तैयार करना और कनाडा में अस्थायी निवास के स्थायी स्तर को बनाए रखना है."

उन्होंने कहा, "कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्वागत करना अनुचित होगा, यह जानते हुए कि उनमें से सभी को सफल होने के लिए आवश्यक संसाधन नहीं मिल रहे हैं और वे कनाडा की शिक्षा प्रणाली से निराश होकर घर लौट रहे हैं." उन्होंने कहा कि यह सीमा मास्टर और डॉक्टरेट छात्रों पर लागू नहीं होगी, न ही प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्रों पर.

CBSE Board Exam 2024: सीबीएसई ने स्पेशल नीड वाले स्टूडेंट के लिए खोला पोर्टल, स्कूलों को ऐसे छात्रों की डिटेल्स 24 जनवरी तक भरनी होगी

मिलर ने कहा कि सरकार विदेशी छात्रों की वर्क परमिट प्राप्त करने की पात्रता को भी प्रतिबंधित करेगी और उन निजी कॉलेजों और दिखावटी संस्थानों पर नकेल कसेगी जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों से उच्च ट्यूशन फीस लेते हैं लेकिन उन्हें पढ़ाते नहीं या फिर बेहद खराब एजुकेशन देते हैं. 

कनाडा के एमिग्रेशन मिनिस्टर ने कहा, यह प्रथा "अस्वीकार्य है." उन्होंने कहा, "इसका प्रोग्राम का यह उद्देश्य नहीं की लोग दिखावटी वाणिज्य डिग्रियां और बिजनेस डिग्रियां हासिल करने के लिए आए और पढ़ाई नहीं करके उन्हें उबर चलाने ने अनुमति दें." मिलर ने कहा,  "यह थोड़ा गड़बड़ है, और इस पर लगाम लगाने का समय आ गया है."

CBSE बोर्ड 10वीं, 12वीं प्रैक्टिकल परीक्षा 2024 देने जा रहे छात्रों के लिए Guidelines जारी, प्रैक्टिकल परीक्षाएं नए साल से शुरू

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: