असम सरकार ने कक्षा 10वीं और 12वीं राज्य बोर्ड के छात्रों के मूल्यांकन के फार्मूले की घोषणा कर दी है. कोविड -19 महामारी के बीच परीक्षा रद्द करनी पड़ी. शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, असम (SEBA), और असम उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद (AHSEC), परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार बोर्ड के अधिकारियों की उपस्थिति में घोषणा की.
पेगु ने कहा, "हमने तय किया है कि दोनों कक्षाओं के छात्रों का मूल्यांकन आंतरिक मूल्यांकन और हमारे पास उपलब्ध पिछली परीक्षाओं के रिकॉर्ड पर आधारित होगा."
कक्षा 12 के छात्रों के लिए, जिनकी प्रैक्टिकल परीक्षा है, उनके कुल अंक का 50% कक्षा 10 के तीन विषयों में से सर्वश्रेष्ठ, कक्षा 12 के व्यावहारिक से 30%, आंतरिक मूल्यांकन और कक्षा 11 और कक्षा 12वीं में उपस्थिति के आधार पर होगा और शेष 10% AHSEC द्वारा प्रदान किया जाना है.
आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम के 12वीं कक्षा के छात्र (जिनके पास प्रैक्टिकल नहीं है), कक्षा 10 में तीन विषयों में से सर्वश्रेष्ठ में से 50% अंक प्राप्त करेंगे, कक्षा 11 और कक्षा 12 में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर 40%, और एक अतिरिक्त 10% AHSEC द्वारा दिया जाना है.
वे छात्र जो अपने अंकों या मूल्यांकन की प्रक्रिया से असंतुष्ट हैं, उनके पास 15 सितंबर तक या जब परीक्षा हो सकती है, तब तक नियमित परीक्षा में बैठने का विकल्प होगा. इस साल विभिन्न धाराओं के लिए रैंक धारकों की कोई घोषणा नहीं की जाएगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं