वैश्विक बाजारों में गिरावट के समाचारों से प्रभावित कारोबार में स्थानीय शेयर बाजार बुधवार को तेज बिकवाली के दबाव में आ गया. इससे बीएसई सेंसेक्स 871 अंक टूट गया. यह सेंसेक्स की इस माह की सबसे बड़ी गिरावट है. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढने से निवेशकों की चिंता बढ़ी है जिससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ रही है. बीएसई-30 सेंसेक्स 871.13 अंक या 1.74 प्रतिशत के नुकसान से 49,180.31 अंक पर बंद हुआ. यह 26 फरवरी के बाद सेंसेक्स की एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 265.35 अंक या 1.79 प्रतिशत के नुकसान से 14,549.40 अंक पर आ गया. सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे अधिक करीब चार प्रतिशत टूट गया. एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, आईटीसी और एनटीपीसी के शेयर भी नुकसान में रहे. इस रुख के उलट एशियन पेंट्स और पावरग्रिड के शेयरों में लाभ रहा. सेंसेक्स के सिर्फ यही दो शेयर लाभ में रहे. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 1.69 प्रतिशत तक टूट गए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 47,262 नए मामले सामने आए हैं. यह इस साल का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. देशभर में कोविड-19 संक्रमण का आंकड़ा 1,17,34,058 पर पहुंच गया है. इस महामारी से 275 और लोगों की मौत हो गई है. यह पिछले 83 दिन का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. देश में अबतक इस महामारी से 1,60,441 लोगों की जान जा चुकी है.
अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और सियोल का कॉस्पी दो प्रतिशत तक टूट गए. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नुकसान में चल रहे थे. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 12 पैसे टूटकर 72.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 2.78 प्रतिशत की बढ़त के साथ 62.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.