आईडीबीआई बैंक ने एक पूर्व प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट पर स्पष्टीकरण देते हुए मंगलवार को कहा कि उसने विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को जो 950 करोड़ रुपये का ऋण दिया है, उसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच नहीं कर रहा है।
रविवार को एक वित्तीय समाचार पत्र ने एक रिपोर्ट में कहा था कि सिंडिकेट बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रिश्वत लेकर कुछ कंपनियों की कर्ज सीमा बढ़ाने के आरोप में हुई गिरफ्तारी के बाद सीबीआई यह जांच कर रही है कि घाटे में चल रही किंगफिशर एयरलाइंस को आईडीबीआई बैंक ने आखिर क्यों 950 करोड़ रुपये का कर्ज दिया।
आईडीबीआई बैंक ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज को इस रिपोर्ट पर दिए गए अपने स्पष्टीकरण में कहा, "आईडीबीआई बैंक किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वाले 16 बैंकों के कंसोर्शियम का एक हिस्सा है। विमानन कंपनी कर्ज वापस करने में असफल रही और बैंकों ने सम्मिलित तौर पर कर्ज की वापसी के लिए कंपनी और उसके प्रमोटर के विरुद्ध कई कार्रवाई शुरू की है।"
बैंक ने कहा, "सीबीआई ने कुछ माह पूर्व जो प्रारंभिक जांच शुरू की है, वह किंगफिशर एयरलाइंस के खिलाफ है, न कि आईडीबीआई बैंक के खिलाफ।"
आईडीबीआई ने अपने बयान में कहा कि इस संबंध में बैंक जांच एजेंसी द्वारा मांगी जा रही सभी सूचनाएं और दस्तावेज उपलब्ध करा रहा है। और आगे भी इस दिशा में मदद करता रहेगा।