सरकार द्वारा समर्थित आत्मनिर्भर भारत कोष (एसआरआईएफ) ने अपने परिचालन के पहले वर्ष में छोटे व्यवसायों को मदद के लिए 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है.इसमें बताया गया कि सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत' कार्यक्रम के हिस्से के रूप में शुरू किए गए इस कोष के तहत 38 ‘बेटी कोष' को मंजूरी दी गई है जिसमें 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है. यह व्यवस्था सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (MSME)तक कोष प्रवाह को अधिकतम करने के उद्देश्य से है. एमएसएमई में निवेश योग्य कोष का कुल मूल्य 50,000 करोड़ रुपये तक है.
एसबीआई कैपिटल मार्केट्स में प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताव चटर्जी ने कहा कि इस कोष से 125 एमएसएमई को 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की मदद दी जा चुकी है.बयान में बताया गया कि 2,300 करोड़ रुपये के निवेश से 20,000 लोगों को रोजगार समर्थन दिया गया है. यह कोष केंद्र सरकार द्वारा एमएसएमई मंत्रालय के तत्वावधान में स्थापित किया गया है और एनएसआईसी वेंचर कैपिटल फंड (एनवीसीएफ) द्वारा संचालित है. यह राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है. एसबीआईकैप वेंचर्स लिमिटेड कोष की निवेश प्रबंधक है.