देश में साल 2015 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का प्रवाह 37 प्रतिशत बढ़कर 39.32 अरब डॉलर पर पहुंच गया। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार, 2014 में देश में 28.78 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया था।
सबसे अधिक विदेशी निवेश कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्षेत्रों में आया। उसके बाद सेवा, व्यापार कारोबार, वाहन उद्योग तथा रसायन क्षेत्र का स्थान रहा।
देश में सबसे अधिक विदेशी निवेश सिंगापुर के रास्ते आया। उसके बाद मॉरीशस, अमेरिका, नीदरलैंड और जापान का स्थान रहा। सरकार ने उदार एफडीआई नीति के जरिये निवेश को प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए हैं। उसने एकल ब्रांड खुदरा, ई-कॉमर्स तथा निर्माण सहित कई क्षेत्रों में नियमों को उदार किया है।
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