देश की आर्थिक वृद्धि दर मुख्य रूप से कृषि और सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4.7 फीसदी रही। इससे पहले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.8 फीसदी और अप्रैल-जून तिमाही में 4.4 फीसदी रही थी।
इस लिहाज से चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने (अप्रैल-दिसंबर) में वृद्धि दर 4.6 फीसदी रही। एक साल पहले इसी अवधि में यह 4.5 फीसदी थी।
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) की ओर से शुक्रवार को जारी इन आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2012-13 की तीसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 4.4 फीसदी रही थी।
इसके अलावा सीएसओ ने चालू वित्त वर्ष (2013-14) के अग्रिम अनुमान में आर्थिक वृद्धि दर 4.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। ऐसे में नौ महीने के जीडीपी वृद्धि आंकड़ों को देखते हुए लक्ष्य हासिल करने के लिए मार्च में समाप्त होने वाली चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर निश्चित रूप से 5.7 फीसदी रहनी चाहिए।
कृषि क्षेत्र में उत्पादन चालू वित्त वर्ष की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 3.6 फीसदी की दर से बढ़ा, जबकि इससे पूर्व वित्त वर्ष (2012-13) में 0.8 फीसदी की वृद्धि हुई थी। अप्रैल-दिसंबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 3.6 फीसदी रही।
विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर तीसरी तिमाही में 1.9 फीसदी घटी, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 2.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी। वर्ष के पहले नौ महीने में क्षेत्र का उत्पादन 0.7 फीसदी घटा।
बिजली, गैस तथा जल आपूर्ति क्षेत्र की वृद्धि दर अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 5 फीसदी रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 2.6 फीसदी थी। अप्रैल-दिसंबर, 2013 में यह 5.5 फीसदी रही।
निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर आलोच्य तिमाही में 0.6 फीसदी रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 1.0 फीसदी रही थी। अप्रैल-दिसंबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 2.5 फीसदी रही।
व्यापार, होटल, परिवहन तथा संचार क्षेत्र में वृद्धि दर तीसरी तिमाही में 4.3 फीसदी रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 5.9 फीसदी थी। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में इस क्षेत्र की वृद्धि दर 4.1 फीसदी रही।
वित्त, बीमा तथा रीयल एस्टेट समेत सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 2013-14 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 12.5 फीसदी रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 10.2 फीसदी थी। अप्रैल-दिसंबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 10.5 फीसदी रही, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी अवधि में 10.8 फीसदी थी।