सर्दी के मौसम में घने कोहरे की वजह से अक्सर फ्लाइट्स लेट हो जाती हैं या फिर कभी-कभी तो कैंसिल भी हो जाती हैं. मगर अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा, क्योंकि दिल्ली हवाई अड्डा सर्दी में कोहरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. दिल्ली हवाई अड्डे ने अपने अंशधारकों मसलन विमानन कंपनियों, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और मौसम विभाग के साथ मिलकर कोहरे या धुंध की स्थिति में उड़ानों के सुचारू तरीके से परिचालन के लिए कदम उठाए हैं.
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दिल्ली हवाई अड्डे का परिचालन करने वाली संयुक्त उद्यम कंपनी डायल ने कहा कि सभी चार यात्री टर्मिनलों- टी3, टी2, टी1डी तथा टी1सी में उड़ान क्षेत्र में चलाए जाने वाले वाहनों के लिए जीपीएस आधारित मार्ग निर्देशन प्रणाली लगाई गई है. दिल्ली में दिसंबर के मध्य से फरवरी के मध्य तक कोहरे की स्थिति रहती है. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मौसम विभाग के निदेशक इन्चार्ज आर के जेनामणि ने कहा, 'इस साल कोहरे की स्थिति 17 दिसंबर से शुरू होने की संभावना है.' वह यहां डायल की कोहरे से निपटने की तैयारियों पर मीडिया से बात कर रहे थे.
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डायल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आई प्रभाकर राव ने कहा, 'परिचालन के स्तर पर कोहरे से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए हम अपनी परिचालन तैयारियों की क्षमता, आपात स्थिति से निपटने की क्षमता तथा संकट पर प्रतिक्रिया देने की क्षमता की बात करते हैं.' उन्होंने कहा कि नई जीपीएस आधारित नौवहन प्रणाली से कोहरे की स्थिति में विमानों को प्रभावी तरीके से निर्देशन दिया जा सकेगा.
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(इनपुट भाषा से)