विज्ञापन

सिकंदर हुई फ्लॉप तो सलमान खान ने बदला रास्ता, अब कर्नल बन देश के लिए लड़ते दिखेंगे भाईजान

सलमान खान बीते कुछ वक्त से लगातार फ्लॉप फिल्मों का सामना कर रहे हैं. बीते दिनों उनकी फिल्म सिकंदर आई थी, जो बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई थी. इससे पहले सलमान खान फिल्म टाइगर 3 में नजर आए थे जोकि एक औसत फिल्म थी.

सिकंदर हुई फ्लॉप तो सलमान खान ने बदला रास्ता, अब कर्नल बन देश के लिए लड़ते दिखेंगे भाईजान
सिकंदर हुई फ्लॉप तो सलमान खान ने बदला रास्ता
नई दिल्ली:

सलमान खान बीते कुछ वक्त से लगातार फ्लॉप फिल्मों का सामना कर रहे हैं. बीते दिनों उनकी फिल्म सिकंदर आई थी, जो बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई थी. इससे पहले सलमान खान फिल्म टाइगर 3 में नजर आए थे जोकि एक औसत फिल्म थी. वहीं टाइगर 3 से पहले उन्होंने किसी का भाई किसी की जान में काम किया जोकि फ्लॉप साबित हुई थी. ऐसे में सलमान खान एक हिट की तलाश में हैं. अब सलमान खान की अगली फिल्म को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. इस बार भाईजान किसी एक्शन फिल्म नहीं बल्कि बायोपिक में नजर आने वाले हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सलनाम खान जल्द कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू की बायोपिक में दिखाई देंगे. वह इस फिल्म में कर्नल की भूमिका अदा करेंगे. अंग्रेजी वेबसाइट मिड डे की खबर के अनुसार फिल्म की शूटिंग जुलाई के दूसरे हफ्ते से शुरू होगी, जिसमें 70 दिनों का सख्त शेड्यूल रखा गया है. शूटिंग मुंबई और लद्दाख के खूबसूरत जगहों पर होगी. सूत्र की माने तो फिल्म की सलमान खान को कहानी बहुत पसंद आई है और वे मई के अंत से अपनी सैन्य तैयारी शुरू करेंगे. उन्होंने अपने पनवेल फार्महाउस में इस किरदार के लिए वर्क आउट शुरू कर दिया है.” 

इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व लखिया कर रहे हैं. उन्होंने फिल्म की कहानी को मशहूर किताब ‘इंडियाज मोस्ट फीयरलेस 3' (2022) से लिया है, जिसे रक्षा पत्रकार शिव अरूर और राहुल सिंह ने लिखा है. आपको बता दें कि बॉर्डर पर तनाव कम करने के लिए कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू ने चीनी सैनिकों से बातचीत करने की कोशिश की थी, जब उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर समझौते का उल्लंघन करते हुए टेंट और एक अवलोकन चौकी बनाई थी. यह मुलाकात जल्द ही हिंसक हाथापाई में बदल गई, जिसमें दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ. गंभीर सिर की चोटों के बावजूद, कर्नल बाबू ने हिम्मत नहीं हारी और अपने सैनिकों का नेतृत्व करते रहे, उन्हें डटकर मुकाबला करने के लिए प्रेरित किया. आखिरकार, वे अपनी चोटों के कारण शहीद हो गए, साथ ही 20 अन्य भारतीय सैनिकों ने भी बलिदान दिया. 18 जून, 2020 को उनकी अंतिम विदाई पूरे सैन्य सम्मान के साथ हुई, जिसमें उनकी वीरता और बलिदान को याद किया गया.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com