भारत के मशहूर संगीत सम्राट उस्ताद राशिद खान का इंतकाल हो गया. वह कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती थी. राशिद खान की उम्र 55 साल थी. वह प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे. प्रोस्टेट कैंसर अस्पताल में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. उनके इंतकाल से संगीत की दुनिया में शोक का माहौल है. हर कोई दिग्गज संगीत सम्राट को श्रद्धांजलि दे रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राशिद खान के इंतकाल पर दुख जाहिर किया है.
ममता बनर्जी ने राशिद खान के इंतकाल के बाद सोशल मीडिया पर दुख जाहिर किया है. मुख्यमंत्री ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'यह पूरे देश और संपूर्ण संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है. मैं बहुत दर्द में हूं क्योंकि मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा कि राशिद खान नहीं रहे.' मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले महीने सेरेब्रल अटैक का सामना करने के बाद संगीतकार का स्वास्थ्य खराब हो गया था. रामपुर-सहसवान घराने के 55 वर्षीय राशिद खान ने शुरुआत में टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में इलाज कराया.
Deeply saddened by the tragic demise of Ustad Rashid Khan, one of the greatest exponents of Indian classical music of our times.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 9, 2024
A hugely respected vocalist with unparalleled genius in creating music, he made us proud by settling here and making Bengal his home. He and Soma,…
हालांकि, बाद में उन्होंने कोलकाता में अपना इलाज जारी रखा. उत्तर प्रदेश के बदायूं में जन्मे राशिद खान, जो उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के भतीजे भी हैं, ने अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण अपने नाना उस्ताद निसार हुसैन खान (1909-1993) से हासिल किया था. उनकी संगीत प्रतिभा को सबसे पहले उनके चाचा गुलाम मुस्तफा खान ने पहचाना, जिन्होंने मुंबई में प्रशिक्षण दिया. ग्यारह साल की उम्र में, राशिद खान ने अपना पहला संगीत कार्यक्रम दिया और अगले वर्ष, 1978 में, उन्होंने दिल्ली में आईटीसी संगीत कार्यक्रम में मंच की शोभा बढ़ाई. इसके बाद, अप्रैल 1980 में, जब निसार हुसैन खान कलकत्ता में आईटीसी संगीत रिसर्च अकादमी (एसआरए) में चले गए, तो 14 साल की उम्र में राशिद खान भी अकादमी का हिस्सा बन गए.
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