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Thamma Movie Review: स्त्री और भेड़िया की दुनिया में थामा की धांसू एंट्री, जानें कैसी है फिल्म- पढ़ें रिव्यू

Thamma Movie Review In Hindi: आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म थामा थियेटर्स में आ चुकी है. फिल्म देखने का प्लान हैं पढ़ें कैसी है ये फिल्म और आपको देखनी चाहिए या नहीं.

Thamma Movie Review: स्त्री और भेड़िया की दुनिया में थामा की धांसू एंट्री, जानें कैसी है फिल्म- पढ़ें रिव्यू
Thamma Movie Review in hindi: जानें कैसी है थामा, पढ़ें रिव्यू
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नई दिल्ली:

Thamma Review in Hindi: आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की बहुचर्चित फिल्म थामा थिएटर्स में रिलीज हो चुकी है. थामा मैडॉक हॉरर कॉमेडी यूनिवर्स की पांचवीं फिल्म है. जो स्त्री, स्त्री 2, भेड़िया और मुंज्या जैसी हिट फिल्में बना चुके हैं. आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना की इस फिल्म को पूरे भारत में 4000 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है. आइए जानते हैं आदित्य सरपोतदार की फिल्म में क्या है खास और क्यों स्त्री और भेड़ियां की दुनिया में ये धांसू एंट्री है. पढ़ें थामा फिल्म का रिव्यू... 

थामा की कहानी
थामा की कहानी शुरु होती है 323 बीसी से. सिकंदर अपने साथियों के साथ जंगल में जा रहा होता है और उसी समय बेताल का शिकार बन जाता है. ये फिल्म की शुरुआत है. कुछ अटपटी लगती है. लेकिन इसके बाद जैसे ही फिल्म वर्तमान में आती है पूरी कहानी ही बदल जाती है. रश्मिका मंदाना ताड़का बनी है जो बेताल है. एक दिन एक भालू की वजह से उसकी मुलाकात आयुष्मान खुराना से होती है. फिर एक दिन एक ऐसा काम होता है कि आयुष्मान बेताल बन जाता है और बेतालों की दुनिया का शैतान थामा (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) आजाद हो जाता है. फिर भेड़िया भी आता है और उसको भी ताकत हासिल करनी है. कुल मिलाकर इस फिल्म में स्त्री, मुंज्या और भेड़िया का कनेक्शन मिलता है और डायरेक्टर ने बखूबी इस कनेक्शन को बनाया है. हालांकि फिल्म तोड़ी खिंच जाती है, लेकिन किसी यूनिवर्स को स्थापित करने के लिए ऐसा करना जरूरी भी होता है.

थामा में एक्टिंग
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने दिखा दिया है कि उन्हें किरदार में उतरना आता है. उनके जैसा बेतान शायद ही देखने को मिले. उनकी डायलॉग डिलिवरी और फेशियल एक्सप्रेशन हंसाते भी हैं और खौफ भी पैदा करते हैं. रश्मिका मंदाना ने ताड़का का रोल भी यादगार तरीके से निभाया है, वह भी इस सीरीज का अहम हिस्सा बन गई हैं. उनका स्टोन फेस इस किरदार के लिए एकदम सेट था. आयुष्मान खुराना तो कॉमेडी के किंग हैं ही. उन्होंने इस यूनिवर्स में मजबूती के साथ कदम जमाए हैं. फिर भेड़िया के तौर पर वरुण धवन भी मजा दिला जाते हैं. कुल मिलाकर एक्टिंग के मोर्चे पर कोई निराश नहीं करता है. परेश रावल और फैजल मलिक भी अच्छे हैं.

थामा का निर्देशन
स्त्री यूनिवर्स मजबूत होता जा रहा है और इसमें इसके डायरेक्टर्स की अहम भूमिका हैं. आदित्य सरपोतदार इससे पहले मुंज्या बना चुके हैं. इस बार थामा का हाथ थामा तो मजा ही आ गया. बेशक फिल्म में वह नवाजुद्दीन को थोड़ा मौका और दे सकते थे और फर्स्ट हाफ टाइट रख सकते थे. लेकिन थामा का यह इंट्रोडक्शन है इसलिए यहां थोड़ी छूट दी जा सकती है. लेकिन यह फिल्म थोड़ी टाइट होती और बेतालों की जंग और ज्यादा होती तो कमाल ही हो जाता. 

थामा वर्डिक्ट
थामा इंटरवल के बाद फुल स्पीड में चलती है. रहस्य, रोमांच की दुनिया और दिलचस्प हो जाती है. फिल्म के अंदर भेड़िया के रोल में वरुण धवन का कैमियो रोल भी है. भेड़िया और बेताल का फाइट सीन फैन्स को खूब एंटरटेन करेगा. ये फिल्म आखिर तक आपको खूब एंटरटेन करेगी. इसके अलावा थामा का क्लाइमैक्स आपके होश उड़ा सकता है. कुल मिलाकर आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की यह फिल्म एक मजेदार डोज है जिसे आप अपनी फैमिली के साथ इंजॉय कर सकते हैं.

रेटिंग: 3.5/5 स्टार
डायरेक्टर: आदित्य सरपोतदार
कलाकार: आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, परेश रावल, फैजल मलिक और वरुण धवन

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