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1200 करोड़ रुपये के पटौदी पैलेस में सोहा अली खान को मिला है 2 कमरे का 'जेनरेटर रूम',बोलीं- मेरे लिए ताज या सिंहासन...

सैफ अली खान ने कुछ साल पहले अपने पुश्तैनी घर पटौदी पैलेस को वापस हासिल कर लिया था. यह संपत्ति उनके पिता दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी ने एक होटल चेन को पट्टे पर दे दी थी. अब, सैफ फिर से 1200 करोड़ रुपये के इस घर के केयर टेकर हैं.

1200 करोड़ रुपये के पटौदी पैलेस में सोहा अली खान को मिला है 2 कमरे का 'जेनरेटर रूम',बोलीं- मेरे लिए ताज या सिंहासन...
पटौदी पैलेस में सोहा को मिला है 2 कमरे का जेनरेटर रूम
नई दिल्ली:

सैफ अली खान ने कुछ साल पहले अपने पुश्तैनी घर पटौदी पैलेस को वापस हासिल कर लिया था. यह संपत्ति उनके पिता दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी ने एक होटल चेन को पट्टे पर दे दी थी. अब, सैफ फिर से 1200 करोड़ रुपये के इस घर के केयर टेकर हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस संपत्ति का कितना हिस्सा उनकी छोटी बहन सोहा अली खान का है? अभिनेत्री के पास सिर्फ़ एक 2 BHK अपार्टमेंट है जो पहले जनरेटर रूम हुआ करता था. ज़ूम के साथ हाल ही में एक बातचीत के दौरान सोहा अली खान ने खुलासा किया, "मेरे पास जनरेटर रूम था. लेकिन सौभाग्य से कुछ समय के लिए एक होटल था जो पटौदी पैलेस का प्रबंधन कर रहा था.  मेरे माता-पिता जनरेटर रूम में रहने चले गए और उसे एक बहुत अच्छी संपत्ति में बदल दिया, जो मुझे लगता है, अब मेरी है."

 जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी यह सवाल किया कि सैफ को ज़्यादा क्यों दिया गया, तो उन्होंने कहा, "मेरे जीवन से जुड़ी चीज़ें ताज या सिंहासन नहीं थीं. ये बस वो चीज़ें थीं जो मैं करना चाहती थी, और मुझे कभी नहीं कहा गया कि तुम ये करना चाहती हो." उन्होंने आगे कहा, "कभी यह उम्मीद नहीं की गई कि बेटा पहले दूध पिएगा और बेटियां खुद खाने से पहले उन्हें खाना परोसेंगी. मुझे कभी यह नहीं कहा गया कि बाहर मत खेलो क्योंकि तुम काली हो जाओगी या लड़कियों को ऐसे व्यवहार करना चाहिए, ऐसे कपड़े पहनने चाहिए. ऐसा कुछ भी नहीं था." भले ही मेरे पिता एक कुलीन मुस्लिम पृष्ठभूमि से थे, वे एक प्रगतिशील  व्यक्ति थे. मुझे लगता है कि इन सब बातों से मुझ में आत्मविश्वास आया, यह विश्वास दिलाया कि मैं जो कुछ भी करना चाहती हूं, वह संभव है. मुझे बस उस पर कड़ी मेहनत करनी चाहिए. कोई व्यवस्थागत बाधाएं नहीं थीं. 

सोहा अली खान ने कहा, "मुझे ज्येष्ठाधिकार के कानून की जानकारी थी. मुझे मुस्लिम कानून की भी जानकारी है. अब मुझे पता है कि ऐसी कई चीज़ें हैं जिनके ज़रिए आप इसे भी दरकिनार कर सकते हैं. आप वसीयत छोड़ सकते हैं और कह सकते हैं कि यह वही है जो मैं अपने बच्चों को बराबर देना चाहता हूं." इस बीच, सैफ अली खान अपने पूर्वजों की उपलब्धियों को बताने के लिए संपत्ति के एक हिस्से को एक संग्रह में बदल दिया है. सैफ अली खान महल के एकमात्र मालिक हैं और अपनी बहनों, सबा और सोहा के साथ स्वामित्व शेयर नहीं करते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रिवी पर्स खत्म होने से पहले वह एक 'नवाब' के रूप में पैदा हुए थे.

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