शाहरुख खान ने ब्रेक के बाद सिल्वर स्क्रीन पर जो वापकी मानो अपने फैन्स के साथ साथ फिल्मी पर्दे पर भी नई जान फूंक दी. पहले उनकी पठान ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई और अब जवान को लेकर इसी तरह का क्रेज है. हर तरफ बस जवान का चर्चा है. ऐसे में एनडीटीवी ने क्रिटिक्स के एक पैनल से बात की और जवान को मिल रहे प्यार और सक्सेस पर भी चर्चा की. एनडीटीवी से प्रशांत सिसोदिया ने सवाल किया, ये जो शाहरुख 2.0 हैं...ब्रेक के बाद जो शाहरुख वापस आए हैं. क्या वजह है कि वो दर्शकों के सिर पर सवार हो गए हैं और हर कोई शाहरुख-शाहरुख कर रहा है.
इस पर फिल्म क्रिटिक गिरीश वानखेड़े ने कहा, शाहरुख खान की फिल्में लार्जर देन लाइफ होती हैं. उनकी फिल्में मसाला एंटरटेनर होती हैं. हम लोगों ने कोविड के बाद जो फिल्में देखी थीं...खासकर हिंदी में बड़ी सीरियस फिल्में देखी थीं. जिस तरह की ऑलरेडी ओटीटी पर मौजूद थीं. फिर जब साउथ से हमारी तरफ फिल्में आई जैसे पुष्पा, केजीएफ या RRR थी...इन्होंने बॉक्स ऑफिस पर झंडे गाड़ दिए और लार्जर देन लाइफ सिनेमा दिखाया. कोविड के बाद पठान एक ऐसी फिल्म थी जिसमें सब तरह का मसाला था. इसलिए इस फिल्म ने अच्छा किया. इसके बाद, गदर 2, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी...सब काफी पसंद की गईं. अब जवान छा गई.
हार के जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं
शाहरुख खान ने इस साल की दो सबसे बड़ी फिल्मों से साबित कर दिया कि वो ही इंडस्ट्री के पठान हैं और वही जवान हैं. इस फिल्म ने पहले दिन से ही बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड बनाया और आज यानी की रिलीज के बाद के पहले वर्किंड डे 11 सितंबर को जवान एक नया रिकॉर्ड अपने नाम करने वाली है. शाम सात बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक मंडी की कलेक्शन तीस करोड़ रुपये रही. इसके साथ जवान वर्किंग डे पर सबसे ज्यादा कमाने वाली हिंदी फिल्म बन गई है. इसके पहले गदर 2 के नाम ये रिकॉर्ड था. गदर ने पहले सोमवार को करीब 13 करोड़ कमाए थे.
इसके अलावा किंग खान की जवान के नाम एक और रिकॉर्ड आया. यह रिकॉर्ड इंडिया पाकिस्तान के मैच यानी कि 10 सितंबर को बना. इस दिन रविवार था और छुट्टी के दिन जवान देखने के लिए जो भीड़ जुटी इस वजह से इस फिल्म ने रविवार के दिन 80 करोड़ रुपये की कलेक्शन की. मतलब है कि किसी भी बॉलीवुड फिल्म के एक दिन में सबसे ज्यादा कमाई करने का रिकॉर्ड भी अब जवान के नाम है.
क्यों सफल हुई जवान ?
एसआरके यूनिवर्स के हेड यश ने बताया कि शाहरुख खान के फैन्स इस फिल्म को लेकर हर कोई एक्साइटेड था. लंबे समय से लोग उनका इंतजार कर रहे थे. पठान के बाद से लोग उनकी आने वाली फिल्म का इंतजार कर रहे थे. इस वजह से फिल्म को एक नया मुकाम मिला.
फिल्म क्रिटिक मयंक शेखर बताते हैं कि ये फिल्म एक स्ट्रॉन्ग पॉलिटिकल फिल्म है...आज से पहले शाहरुख खान ने कभी इस तरह फिल्म नहीं की. शाहरुख खान ने जिस तरह खुद को प्रेजेंट किया वो दर्शकों को इंप्रेस कर गया...एक दर्शक के तौर पर मैं भी उन्हें देखकर हैरान था.
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