शाहरुख खान अपनी शानदार एक्टिंग के लिए तो जाने ही जाते हैं साथ ही वो जिस तरीके से बात करते हैं उसकी वजह से भी उनकी खूब तारीफ होती है. वो अक्सर अपने इंटरव्यू में अपने पेरेंट्स के बारे में बात करते नजर आते हैं. एक बार उन्होंने अपने पिता के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया था कि कैसे उनके पिता वकील से एक चाय की टपरी वाले बने थे. इतना ही नहीं वो उन्हें मोस्ट सक्सेसफुल फेलियर कहते थे. इसके पीछे की वजह उन्होंने बताई थी.
मोस्ट सक्सेसफुल फेलियर क्यों कहते थे
शाहरुख खान एक बार अनुपम खेर के शो में गए थे. जहां पर अनुपम खेर ने उनसे पूछा था आपने एक बार अपने पिता को मोस्ट सक्सेसफुल फेलियर कहा था. शाहरुख ने कहा था- पहले वो वकील थे फिर उन्होंने प्रैक्टिस नहीं की, उन्हें लगा वो इसके लिए सही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वो शायद देश के सबसे यंग फ्रीडम फाइटर थे. इस बात का ताम्रपत्र मिला हुआ है उन्हें. 14-15 साल की उम्र में जेल में भी गए थे. मुझे लगता है उन्होंने मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के खिलाफ इलेक्शन भी लड़ा था और हार भी गए थे.
सारे बिजनेस रहे फेल
शाहरुख ने आगे कहा- उसके बाद उन्होंने एक बहुत बड़ा बिजनेस किया था वो फेल रहा. फर्नीचर का बिजनेस किया वो फेल हो गया, फिर ट्रांसपोर्ट का बिजनेस किया वो फेल हो गया. फिर रेस्टोरेंट था उनका, वो फेल हो गया. आखिर में फ्रीडम फाइटर्स को एक छोटी सी जगह दी जाती थी. उन्हें एक अस्पताल के पीछे जगह दी गई थी. जहां पर वो चाय बनाकर बेचा करते थे. वो एमए एलएलबी थे, बहुत पढ़े लिखे थे और मैं जो कुछ भी हूं उन्हीं की वजह से हूं. उन्होंने न पॉलिटिक्स ज्वाइन की और न फायदा उठाया, अपने फ्रीडम फाइटर होने वाले का. वो बहुत ईमानदार थे. आखिर दिनों में वो एनएसडी में मैस भी चलाया करते थे.
गौरतलब है कि शाहरुख खान के पिता का नाम मीर ताज मोहम्मद खान है, जिनका निधन 1981 में कैंसर से हुआ था. वह एक फ्रीडम फाइटर थे. उनकी पत्नी का नाम फातिमा खान था, जिनका निधन 1991 में शाहरुख खान के हिंदी सिनेमा में आने से पहले हो गया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं