Malka-i-Jazbaat Nayyar Sultana: बॉलीवुड के कई ऐसे सितारों के बारे में आपने पढ़ा या सुना होगा, जो कम फेमस थे या कुछ हिट फिल्में देने के बाद कहीं गुमनाम हो गए. पर आज के इस पोस्ट में हम आपकी मुलाकात पाकिस्तान की एक खूबसूरत एक्ट्रेस से करवाने जा रहे हैं, जो अपने टाइम में काफी मशहूर थीं. इस एक्ट्रेस को 'मलका-ए-जज़बात' के नाम से भी जाना जाता था. हम जिस पाकिस्तानी एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं उनका नाम है नैयर सुल्ताना है. नैयर सुल्ताना पाकिस्तान में भावनाओं की रानी के रूप में भी जानी जाती थीं. कैसा रहा उनका सफर आइए एक नजर डालते हैं.
मलका-ए-जज़बात नैयर सुल्ताना
नैयर सुल्ताना ने 1955 में अपने करियर की शुरुआत अनवर कमल पाशा की फिल्म कातिल से की थी. इस फिल्म में वे बतौर लीड एक्ट्रेस नजर आई थीं. नैयर सुल्ताना के माता-पिता पाकिस्तान के प्रसिद्ध निर्माता/निर्देशक अनवर कमल पाशा की पत्नी और एक्ट्रेस शमीम बानो से संबंधित थे. इसी साल नैयर को हुमायूं मिर्जा की इंतिखाब (1955) फिल्म में बतौर लीड एक्ट्रेस दूसरी फिल्म हासिल हुई. सात लाख (1957), बाजी (1963), मजलूम (1959), सहेली (1960) नैयर सुल्ताना की कुछ हिट फिल्में हैं.
कैंसर से हुई नैयर सुल्ताना की मौत
नैयर सुल्ताना ने अलीगढ़ के एक महिला कॉलेज से अपनी तालीम ली थी. 1947 में पाकिस्तान की आजादी के बाद उनका परिवार कराची चला गया. अपने करियर के पीक पर नैयर सुलताना ने अपने को-एक्टर दर्पण से शादी की. शादी के बाद कुछ समय के लिए उन्होंने फिल्में करनी छोड़ दी. हालांकि कुछ समय बाद उन्होंने पर्दे पर वापसी की और एक मुसाफिर एक हसीना (1968), मेरी भाभी (1969), हमजोली (1970) और अजमत (1973) जैसी सफल फिल्में दी. 37 साल के करियर में नैय्यर सुल्ताना 225 फिल्मों में नजर आईं. नैयर सुल्ताना की 27 अक्टूबर 1992 को कैंसर से मृत्यु हो गई.
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