फिल्मी दुनिया की चमक-दमक ऊपर से जितनी खूबसूरत लगती हैं, अंदर जाने पर ये चकाचौंध धूमिल सी पड़ जाती है. इसका अहसास जिस किसी को हो जाता है, वो फिर अपना रास्ता बदल लेता है. ऐसा ही कुछ 80 के दशक की उस एक्ट्रेस का भी किस्सा है, जो कभी ग्लैमरस रोल्स के लिए जानी जाती थी, लेकिन एक दिन सब मोह-माया को त्याग कर साध्वी बन गईं और अपनी पहचान भी बदल ली. हम बात कर रहे हैं नीता मेहता की.

रणधीर कपूर के साथ किया डेब्यू
नीता मेहता का जन्म 1956 में एक गुजराती परिवार में हुआ था, जिनके पिता बैरिस्टर और मां डॉक्टर थीं. बताया जाता है कि उन्होंने पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) से पढ़ाई की. नीता ने रणधीर कपूर के साथ फिल्म पोंगा पंडित (1975) से अपने करियर की शुरुआत की. 80 के दशक में उन्होंने रिश्ता कागज़ का (1983) और हीरो (1983) जैसी लगभग चालीस फिल्मों में काम किया और एक ग्लैमरस एक्ट्रेस के रूप में अपनी पहचान बनाई.

संजीव कुमार से सगाई!
उन्होंने संजीव कुमार के साथ 3-4 फिल्में की और इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया. खबरों के अनुसार नीता और संजीव कुमार ने सगाई भी कर ली थी. लेकिन कथित तौर पर उनके अभिनय जारी रखने को लेकर हुए मतभेदों के कारण यह रिश्ता टूट गया. संजीव चाहते थे कि शादी के बाद नीता एक्टिंग छोड़ दें और नीता को ये मंजूर नहीं था, क्यों कभी परिवार के खिलाफ जाकर उन्होंने ये करियर चुना था.
जीवन में आया आध्यात्मिक मोड़
कुछ सालों बाद नीता ने बॉलीवुड छोड़ दिया और आध्यात्मिक जीवन अपना लिया. नीता मेहता, स्वामी नित्यानंद गिरि बन गईं. उन्होंने ग्लैमर का त्याग कर दिया. नीता ने एक यूट्यूब चैनल शुरू किया और भक्ति व त्याग के बारे में बात करने लगीं. रेड कार्पेट से आश्रम तक, वह सुर्खियों से शांति की ओर चली गईं. नीता अब प्रवचन देती हैं और सात्विक भोजन करती हैं.

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