मद्रास हाई कोर्ट ने मंगलवार को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें साउथ सुपरस्टार धनुष द्वारा अभिनेत्री नयनतारा के खिलाफ दायर कॉपीराइट उल्लंघन के मुकदमे को रद्द करने की मांग की गई थी. उल्लेखनीय है कि मामला नेटफ्लिक्स के डॉक्यू-ड्रामा ‘नयनतारा : बियॉन्ड द फेयरीटेल' में तमिल फिल्म ‘नानुम राउडी धान' के दृश्यों को शामिल करने से जुड़ा है.
न्यायमूर्ति अब्दुल कुद्दुस ने देश में नेटफ्लिक्स के कंटेंट इंवेस्टमेंट का प्रबंधन करने वाली कंपनी लॉस गैटोस प्रोडक्शन सर्विसेज इंडिया द्वारा दायर एक अन्य आवेदन को भी खारिज कर दिया, जिसमें धनुष की वंडरबार फिल्म्स को मद्रास हाई कोर्ट में मुकदमा दायर करने के लिए अदालत द्वारा दी गई पूर्व अनुमति को रद्द करने की मांग की गई थी.
लॉस गैटोस ने तर्क दिया कि आवेदक कंपनी मुंबई में स्थित है, इसलिए मुकदमा चेन्नई में नहीं चलना चाहिए. हालांकि, न्यायाधीश ने वरिष्ठ वकील पी.एस. रमन के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसमें कहा गया कि लॉस गैटोस का आवेदन सुनवाई के लायक नहीं है. वंडरबार फिल्म्स की अंतरिम राहत से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई के लिए न्यायालय ने 5 फरवरी की तारीख तय की. यह याचिका नेटफ्लिक्स डॉक्यू-ड्रामा में ‘नानुम राउडी धान' के सीन के इस्तेमाल से संबंधित है.
हलफनामे में वंडरबार फिल्म्स के निदेशक श्रेयस श्रीनिवासन ने तर्क दिया कि नयनतारा या नेटफ्लिक्स को वंडरबार फिल्म्स की पूर्व अनुमति के बिना साल 2015 में आई फिल्म के किसी भी फुटेज का उपयोग करने का अधिकार नहीं है. श्रीनिवासन ने बताया कि नयनतारा ने 27 अगस्त 2014 को वंडरबार फिल्म्स के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसके तहत फिल्म के संबंध में उनके प्रदर्शन, समानता, नाम और आवाज से संबंधित सभी अधिकार हमेशा के लिए प्रोडक्शन कंपनी के पास थे.
वंडरबार फिल्म्स ने दावा किया कि डॉक्यू-ड्रामा के ट्रेलर में समझौते का उल्लंघन कर डॉक्यूमेंट्री में बीटीएस को शामिल किया गया, जिसे लेकर 9 नवंबर 2024 को नेटफ्लिक्स को एक नोटिस जारी किया गया था. नोटिस के जवाब में नेटफ्लिक्स और टार्क स्टूडियोज ने 11 नवंबर 2024 को कहा कि दृश्य व्यक्तिगत थे और उन्हें वंडरबार फिल्म्स द्वारा नियुक्त व्यक्तियों द्वारा शूट नहीं किया गया था.
यह विवाद 18 नवंबर 2024 को डॉक्यू-ड्रामा की रिलीज से कुछ दिन पहले ही सामने आया था. नयनतारा ने 16 नवंबर 2024 को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर कर धनुष पर आरोप लगाया था कि उन्होंने दो साल तक वंडरबार फिल्म्स से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) के लिए बार-बार अनुरोध किया, लेकिन उन्हें एनओसी नहीं मिला.
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