
फिल्म इंडस्ट्री में अक्सर कहा जाता है कि एक फैसला करियर की दिशा बदल सकता है. कुछ ऐसा ही हुआ जब मशहूर एक्ट्रेस मुमताज ने उस दौर में एक फिल्म करने से इंकार कर दिया. ये फिल्म थी रमेश सिप्पी की सीता और गीता. मुमताज ने किसी वजह से ये फिल्म छोड़ दी और इसके बाद ये मौका सीधा हेमा मालिनी की झोली में आ गिरा. यहीं से उनकी किस्मत का सितारा चमक उठा. सीता और गीता एक क्लासिक फिल्म थी जिसमें दो जुड़वा बहनों की कहानी दिखाई गई. हेमा मालिनी ने दोनों रोल बखूबी निभाए और दर्शकों के दिलों पर छा गईं. एक तरफ सीधी-सादी सीता और दूसरी तरफ तेजतर्रार गीता, दोनों किरदारों में हेमा की एक्टिंग काफी पसंद की गई. फिल्म में उनके साथ धर्मेंद्र और संजीव कुमार जैसे दिग्गज एक्टर्स थे.
बेस्ट एक्ट्रेस का मिला अवॉर्ड
इस फिल्म की रिलीज के बाद हेमा मालिनी का करियर ऊंचाइयों पर पहुंच गया. उन्हें इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला, जो उनके करियर का अहम पड़ाव साबित हुआ. दिलचस्प बात ये रही कि उस समय हेमा और धर्मेंद्र की ऑन-स्क्रीन जोड़ी दर्शकों को खूब पसंद आई और धीरे-धीरे उनकी ऑफ-स्क्रीन केमिस्ट्री भी सुर्खियों में रहने लगी.
खूब कमाई की ‘सीता और गीता' ने
बॉक्स ऑफिस पर भी फिल्म ने गजब का रिकॉर्ड बनाया. करीब 1.20 करोड़ के बजट में बनी सीता और गीता ने लगभग 16.40 करोड़ की कमाई की. उस दौर में इतनी बड़ी कमाई किसी भी फिल्म के लिए बहुत ज्यादा मानी जाती थी. ये फिल्म इतनी कामयाब रही कि इसे हिंदी सिनेमा की ऑल टाइम हिट फिल्मों में गिना जाने लगा.
मुमताज का ये फैसला उनके करियर के लिए भले ही नुकसानदायक रहा, लेकिन हेमा मालिनी की किस्मत को सोने की तरह चमका गया. इसके बाद तो धर्मेन्द्र के साथ उनकी जोड़ी बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी की गारंटी बन गई. हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र के सात शोले, ड्रीम गर्ल, धरमवीर, चरस जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी. ये किस्सा इस बात का सबूत है कि कभी-कभी जो मौके हम छोड़ देते हैं, वही किसी और के लिए सफलता का सबसे बड़ा दरवाजा बन जाते हैं.
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